दर्द की दास्तान ( भाग-3 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में अपने पढ़ा, के अंगद अपने अंदर चल रही बात विभूति के जुबान से सुनकर, हैरान था.. अब आगे… अंगद:   तुम्हें कैसे पता मैं यही सोच रहा था..? विभूति:   भोला ने बताया… अंगद:   भोला..? विभूति:  हां… हमरे भाई का बेटा जो आपकी कक्षा में था…. पर … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-2 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, अंगद स्कूल खुलने से पहले ही विभूति की दुकान पर पहुंच जाता है…. उसी लड़की के बारे में सब कुछ जानने… अब आगे..  विभूति: अरे मास्टर जी..! बैठिए.. बैठिए… चाय के साथ बिस्कुट भी दे दूं ना..?  अंगद: हां… दे दो… वैसे कितनी सुबह दुकान … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-1 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

एक लड़की जिस को कुछ बच्चे पागल कहकर चिढ़ा रहे थे और पत्थर भी मार रहे थे… तभी एक आदमी दौड़ कर आता है… उन बच्चों को डांट कर भगाता है… फिर वह पगली भी रोते-रोते वहां से चली जाती है… उसके बाद, वह आदमी वही एक चाय की टपरी पर बैठ जाता है… आदमी … Read more

कहां मर गई…? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

अरे बहू… कहां मर गई..? कब से चाय के लिए चिल्ला रही हूं… देती क्यों नहीं..? सुलोचना जी ने अपनी बहू राधिका से कहा…  राधिका:   मम्मी जी..! इनका नाश्ता बना रही हूं… यह हो जाए फिर बनाती हूं आपकी चाय, वरना इनको देर हो जाएगी  सुलोचना जी:   हां सुबह देर से जागेगी, तो … Read more

अपने ही घर से शुरुआत होती है – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

कुछ औरतें मिलकर शादी के गीत गा रही थी… कुछ ढोल ताशे बजा रही थी… कहीं हंसी ठहाके चल रहे थे… घर पर काफी गहमा गहमी थी और हो भी क्यों ना..? घर की बेटी सपना की शादी जो थी… वह वही बैठी मेहंदी लगवा रही थी.. जहां घर में इतनी रौनक थी… वही निवेदिता … Read more

स्वार्थ की भाषा – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

नीरज..! श्वेता की शादी की तारीख तय हो गई है… 3 दिसंबर..! तुम लोग समय पर सारी तैयारी कर लेना… क्योंकि अगले दो महीने तो बस त्योहारों में ही निकल जाएंगे… इसलिए कनक को पहले ही भेज देना… श्वेता की सारी खरीदारी वह साथ कर लेगी… विमला जी ने फोन पर अपने बेटे नीरज से … Read more

ओल्ड एज होम – रोनिता : Moral Stories in Hindi

हेलो प्रकाश जी… आपके पापा काफी दिनों से बीमार है… आपको पहले भी बताया था… पर आप आए नहीं… पर अब उनकी हालत ज्यादा ही खराब है… बस अंकुश को बुलाने को कह रहे हैं और घर वापसी के लिए भी बोल रहे हैं… लगता नहीं अब वह ज्यादा दिनों तक जीवित रहेंगे… वह शायद … Read more

जिस घर में औरतें देर तक सोती है, उस घर की बरकत कभी नहीं होती… – रोनिता : Moral Stories in Hindi

रात के करीब 11:00 रहे थे… कैलाश टीवी देख रहा था… दोनों बच्चे रोहन और अहाना अपने कमरे में सो चुके थे… सुधा जी और मोहन जी भी अपने कमरे में सो चुके थे.. पर कोई एक थी जो अभी तक काम कर रही थी और वह थी प्रिया… वह रसोई को समेट रही थी … Read more

बाबुल का घर आज भी तुम्हारा है कल भी तुम्हारा रहेगा – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

बेटा… तुम्हें यह रिश्ता पसंद है ना..? किसी भी नतीजे पर आने से पहले तुम्हारी रजामंदी जरूरी हैं.. सोहन जी ने अपनी बेटी कविता से कहा कविता:   पापा..! यूं एक दिन में कैसे जान सकती हूं किसी के बारे में..? मेरा मतलब कल ही वे लोग रिश्ता लेकर आए और आज उसके बारे में … Read more

सच कहते हैं लोग माता-पिता के न रहने से मायका भी नहीं रहता – रोनिता   : Moral Stories in Hindi

हेलो भैया… वह मैं कह रही थी इस बार रक्षाबंधन पर जब मैं आऊंगी, तो हम सब अयोध्या के राम मंदिर चलेंगे… राखी सोमवार को है तो, हम वीकेंड पर ही चल चलेंगे और वही रखी मनाकर घर वापस आ जाएंगे… त्यौहार का त्योहार और साथ में राम मंदिर के दर्शन भी… कहो कैसा लगा … Read more

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