दर्द की दास्तान ( भाग-23 ) (अंतिम भाग ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, अंगद की मां आकर अंगद को सुरैया की बेरुखी का कारण बताती है.. पर फिर भी सुरैया इस रिश्ते को मना कर देती है.. अब आगे.. अंगद की मां:  अब क्या हुआ सुरैया..? मेरे मना करने पर ही तुम यह नाटक कर रही थी… पर … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-22 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, सुरैया की दादी सुरैया की वजह से अपनी जान दे देती है… पर फिर भी सुरैया जिस को सहारा देने आया अंगद, के साथ बेरुखी से पेश आती है… अब आगे… सुरैया अकेले अपने कमरे में बैठी, अपनी दादी को याद कर रोए जा रही … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-21 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, अंगद के सवाल से सुरैया भावुक हो जाती है, पर क्या उसने, उसके रोने की असली वजह बताई..? अब आगे… सुरैया:   सर जी..! कहां आप पढ़े-लिखे एक बड़े अफसर और कहां में एक गांव की मामूली सी लड़की..? माना आपको अपना फर्ज निभाने के … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-20 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के सुरैया अपने और अंगद की शादी को मानने से इंकार कर देती है… जिससे उसकी दादी काफी नाराज हो जाती है.. अब आगे.. दादी:   अब तोहार का होई..? सुरैया:   दादी..! कोई भी भला इंसान एक पागल के साथ शादी कर लेता है… क्योंकि … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-19 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के आनंद सुरैया से उसकी कहानी सुनता है और अंदाजा लगाकर कहता है, कि उसके साथ क्या हुआ होगा..? पर सुरैया ने कहा कि वह जान ही नहीं सकता कि क्या हुआ था उसके साथ..? जब तक के वह खुद ना बताएं.. अब आगे… सुरैया:   … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-18 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के सुरैया और उसके पिता उस बस पर चढ़ जाते हैं… पर सुरैया अंगद से कहती है, यही उसकी सबसे बड़ी भूल होती है.. अब आगे.. हम बस पर चढ़कर बैठ गए और थके होने की वजह से, थोड़ी देर बाद ही हमारी आंख लग गई… … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-17 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद दादी से सुरैया को अपनाने की बात कर रहा था… पर सुरैया इस बात से अनजान, अस्पताल में पड़ी और अभी-अभी अपना बच्चा खोया था…  अब आगे… खैर कुछ घंटे बाद, सुरैया को होश आ जाता है और दादी उससे खुशी में कहती है.. … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-16 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद, माखनलाल ने इस कस्बे की खबर बाहर तक कैसे पहुंचाया.? और कैसे पुलिस वालों को इस कस्बे में चल रहे अपराध के बारे में बताया.? यह बताने वाला होता है… अब आगे… अंगद:  माखनलाल, इस मास्टर की सारी करतूत एक मोबाइल में छुप छुप … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-15 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा कि, सुरैया अपनी दादी और अंगद की जान बचाने के लिए… आनंद के शर्तों को मान कर, उसके साथ जाने का फैसला करती है… अब आगे.. अंगद:   नहीं सुरैया… तुम्हें कुछ करने की ज़रूरत नहीं.. कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है तुम्हें… यह लोग ऐसे … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-14 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, कि सुरैया को वर्तमान मंजर देखकर सब कुछ याद आ जाता है… और वह आनंद और उसके लोगों से बहस करने लगती है… अंगद भी आनंद को सुरैया से दूर रहने को कहता है.. अब आगे.. आनंद अंगद से:   अंजाम..? मैं तो डर गया… पता है, आज … Read more

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