माँ की ढाल – रश्मि श्रीवास्तव शफ़क़ : Moral Stories in Hindi
मीरा बालकनी में खड़ी बारिश की बूंदों को निहार रही थी और मन में कहीं घनी बारिश का शोर था।अबतक बस सहते चले आना का दर्द इस कदर भर गया था कि कब आँसू छलक कर बहने लगे थे,उसे पता भी नहीं चला अचानक कंधे पर एक स्पर्श पाकर वह चौंकी और सामने अपनी पुरानी … Read more