पछतावा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

ज्योति को आज अपनी सास की बहुत याद आ रही थी, रानी बिटिया की शादी थी। शादी में की जाने वाली इतनी रस्में और रिवाज वह कैसे निभाएगी, उसे तो कुछ मालुम ही नहीं है। घर में ज्योति की दो ननन्दों पूजा और आरती की शादी हुई तब सासु जी ने कितना कहा था -‘ज्योति … Read more

दूसरों का दर्द भी समझना चाहिए : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जगमोहन भारी मन से घर आ गया। उसे लग रहा था कि ईमानदारी से काम करने का कोई मतलब ही नहीं रहा। कितनी मुश्किल से मैंने यह प्रेजेंटेशन तैयार किया था, मैं हर समय इस कम्पनी की तरक्की का प्रयास करता हूँ, कभी यह भी नहीं सोचता कि ऑफिस टाइम … Read more

 दर्द अपना-अपना * –   पुष्पा जोशी

‘कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ बिना सम्बोधन के ही उसने कहा था ‘अभी जीना है आपको,पोते पोतियों को गोद में खिलाना है, आप चिंता न करें कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ क्या था उसकी आवाज में, और उसकी आँखों में कि मैं उसे देखती रह गई।पहली बार ही मिली थी मैं डॉक्टर अविनाश … Read more

* हमारा भी मन दु:खता है * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 दिनेश जी ने कहा-‘तुमने राजू पर चौरी का इल्जाम लगाकर, चांद पर थूकने जैसा काम किया है जानकी! मैं जानता हूँ, राजू बहुत ईमानदार है, मैं कभी कोई भी सामान उससे मंगवाता  हूँ, वह ईमानदारी से बचे हुए सारे पैसे मुझे वापिस कर देता है। वह गरीब है मगर चोर नहीं हो सकता। मेरा मन … Read more

माँ से मिला संदेश – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : समीर का मन कहीं नहीं लग रहा था। उसे बहुत दु:ख हो रहा था कि उसके पक्के मित्र मोहन ने उसके साथ धोखा किया। मोहन और समीर दोनों एक ही विद्यालय में बारहवीं कक्षा में पढ़ते थे। मोहन की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, उसके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे, … Read more

अंगूठी खो गई – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 सुमी के हाथ से आज बड़ा नुकसान हो गया था, उसे बहुत दु:ख हो रहा था। वह घबरा रही थी,उसका रोना रूक नहीं रहा था, घर में कोई था भी नहीं जो उसे दिलासा देता। उसके हाथ से दो तोले की सोने की अंगूठी कहीं गुम गई थी। अभी छ महिने पूर्व ही उसका विवाह … Read more

दर्द की अनुभूति – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निलिमा जी के पति राजेश जी का निधन हुए १५ दिन हो गए थे।  कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमान जा चुके थे।घर पर वे और उनके बेटा बहू रह गए थे। बेटे अनिल को भी आज से नौकरी पर जाना जरूरी है, वैसे ही राजेश बाबू की बिमारी … Read more

एक सबक – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बेटा जुगल आज दिल बहुत घबरा रहा है, किसी काम में मन नहीं लग रहा। ऐसा लग रहा है कि कोई अपना मुसीबत में है।’ विश्वनाथ बाबू ने अपने बेटे से कहा तो वह बोला – ‘बाबा आप यूहीं चिन्ता कर रहे हैं। हम सब ठीक है, कल ही दीदी … Read more

तालियों की गड़गड़ाहट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  लीला ने फोन का रिसीवर उठाया,बेटे ईश्वर का फोन था  – ‘क्या बात है माँ कितने फोन लगाए आपको, कहॉं खोई हो? आप तैयार रहना मैंने आपके लिए गाड़ी भेजी है, आप जल्दी से नवरंग कला भवन में आ जाओ,   माँ !आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है,और यह … Read more

हृदय परिवर्तन – पुष्पा जोशी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  परेश ने छह महिनों में एक बार भी अपने पिता राजेश जी के घर की ओर रूख नहीं किया। अपनी माँ रमा जी, के व्यवहार से वह बहुत आहत हो गया था। उसकी माँ ने चारू के साथ जो व्यवहार किया, उसे याद करके तो उसकी अपने घर जाने की … Read more

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