जीते जी अहमियत समझो- करूणा मलिक : Moral stories in hindi

शारदा , माँ- बाप तो बचपन में ही गुज़र गए थे । भइया- भाभी ने अपने बच्चों में कमी कर ली पर मुझे कभी किसी चीज़ के लिए मना नहीं किया । हमेशा ध्यान रखना कि तुम्हारी वजह से उन्हें कोई शिकायत न हो । जी , मैं हमेशा ख़्याल रखूँगी कि मेरे किसी भी … Read more

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