स्वर्ग – डॉ अंजना गर्ग : Moral stories in hindi

“हेलो नेहा,  कैसी है ?सुनीता ने अपनी कजिन नेहा से फोन पर पूछा।      “ठीक हूं , 15 दिन से ससुराल आई हुई हूँ।” नेहा ने जवाब दिया। “क्या ? 15 दिन से, वहां जीजाजी और बच्चे कैसे मैनेज कर रहे हैं।” सुनीता ने थोड़ा परेशानी वाले अंदाज में पूछा।      ” कर रहै है । यहां  … Read more

बहन का त्याग- डॉ अंजना गर्ग  : Moral stories in hindi

रात के ग्यारह बजे फोन की घंटी बजी सुमन ने भागकर फोन उठाया उधर से भाई शेखर  बोल रहा था। शेखर ने धीरे से पूछा,” सुमन मां बाबूजी तो सो गए ना? “हा, हा क्या बात है?सुमन ने पूछा “इसीलिए मैं देर से फोन कर रहा हूं ताकि तेरे से बात अकेले में हो सके … Read more

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