दोहरा दर्द – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

पूजा  जिस दिन से शादी हो कर आई तभी से उसकी सास निर्मला जी जल्दी से दादी बना दो बस यही बात कहती रहती जिसे सुनकर पूजा शरमा कर रह जाती। लेकिन जैसे जैसे वक्त बीत रहा निर्मला जी अब बात से जिद्द पर आ गई दो साल हो गए थे अब पूजा को भी … Read more

वो अभी भी तुम्हारी मां पहले है।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

सुरभि को ससुराल आए दो साल हो गए है ससुराल मैं पति ,सास,ससुर और एक  ननद है परिवार मै सभी के बीच बहुत प्यार है सुरभि को कभी ऐसा नहीं लगा कि वो दूसरे घर मैं है मायके मैं माता पिता और एक छोटी बहन है ।बस एक ही शिकायत है कि सुरभि के पति … Read more

दूसरी सीढ़ी।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

भाभी आप इतना सब कुछ कैसे सह लेती है मां आपको कितना बेइज्जत करती है और कोई होता तो कब का अलग हो जाता जबकि मां इतनी लाचार है अब तो उन्हें आपकी जरूरत महसूस होनी चाहिए। मीनू कल ही मायके आई थी अपनी मां को देखने अपनी भाभी राशि की मां के प्रति सेवा … Read more

विश्वासघात – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

रवि और ज्योति की शादी लव मैरिज थी। दोनों एक-दूसरे से बहुत प्रेम करते थे और जीवन में साथ आगे बढ़ने के कई सपने देखे थे। लेकिन, रवि के परिवार, खासकर उसकी मां और बहन को यह शादी मंजूर नहीं थी। माँ ने बेटे की खुशी के लिए शादी की इजाजत दे दी, लेकिन उन्होंने … Read more

हर रिश्ते में प्यार और अपनापन होना जरूरी है – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

 सीमा और उसके पति की दो बेटियां थीं, और उनके लिए यह दो बेटियां ही उनका संसार थीं। उन्होंने यह निश्चय कर लिया था कि उनकी बेटियां ही उनका सहारा होंगी, और इसी कारण उन्होंने और बच्चे न करने का फैसला किया। सीमा और उसके पति ने अपनी बेटियों को सबसे अच्छे संस्कार और शिक्षा … Read more

गरीब मायका – अंजना ठाकुर . : Moral Stories in Hindi

इस कहानी में दो बहुओं की भावनाओं और उनके बीच की खटास का चित्रण है। आरती और विधि, दो बहुएँ जो एक ही परिवार का हिस्सा थीं लेकिन एक-दूसरे से बहुत अलग। जहाँ आरती संपन्न परिवार से थी, वहीं विधि का मायका साधारण था। इसी असमानता ने दोनों के बीच एक खाई बना दी थी। … Read more

ठोस कदम – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

रानी एक मेहनती और आत्मसम्मान से भरी हुई महिला थी। तीस की उम्र पार कर चुकी थी और समाज में निचले तबके से आने के बावजूद भी उसके आत्मसम्मान में किसी तरह की कमी नहीं थी। वो कई घरों में बर्तन मांजने और सफाई का काम करती थी। उसकी ईमानदारी और मेहनत की वजह से … Read more

परिवार का असली आधार सादगी और आपसी सम्मान होता है – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

अंजली और राजीव की शादी को छह साल हो चुके थे, और दोनों अपने बेटे किट्टू के साथ शहर में एक अच्छी जिंदगी बिता रहे थे। राजीव एक प्रतिष्ठित कंपनी में ऊंचे पद पर कार्यरत था और अंजली गृहिणी होने के साथ-साथ आधुनिक सोच रखने वाली महिला थी। उसे अपनी शहरी जीवनशैली से प्यार था … Read more

कर्जदार – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

मधु की शादी को अभी कुछ ही दिन हुए थे उसने देखा उसकी ननद  तनु चलने मैं असमर्थ थी  लेकिन सहारा ले कर थोड़ी दूर चल लेती थी ।पर फिर भी घर के लोगों ने उसे दूसरों पर निर्भर बना दिया उनको लगता कहीं गिर न जाए या उसे ऐसा नहीं लगे की कोई उसका … Read more

बात आत्मसम्मान की ।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

सुमन अपने ससुराल मैं बहुत खुश थी शादी के पांच साल हो गए थे उसने पूरे घर को अपना बना लिया था सास ,ससुर ,देवर ,पति और एक प्यारी सी बेटी पा कर सुमन खुश थी सब लोग सुमन को मान भी बहुत देते ।सुमन का ससुराल भी मध्यम वर्गीय है और मायका भी तो … Read more

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