परिवार – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

एक सूंदर सा कपल, साथ मे 6-7 साल का बच्चा ओर 75-80 साल का बजुर्ग, होटल में खाना खाने के लिये गए। कपल को देखते ही वेटर लगभग भागता हुआ आया और गुड़ मोर्निंग बोलता हुआ, बजुर्ग का हाथ पकड़ कर साइड टेबल पर ले गया, कुर्सी खीचकर, बजुर्ग को बैठाकर चला गया। थोडी देर … Read more

शुभ विवाह – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

कहानी उस दौर की है जब कश्मीर की सर्द वादियां साम्प्रदायिकता की आग में झुलसने लगी थीं राज्य से हिंदुओं पर अत्याचार की छुटपुट घटनाएं हर रोज सामने आ रही थीं। कश्मीर की एक छोटी सी ब्राह्मण बस्ती में रमेश डोगरा नाम के पंडित का परिवार रहता था उनकी दो बेटियां थीं बड़ी बेटी अंजू … Read more

शुभ विवाह – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

चार मंज़िला होटल के बाहर गुलाबी और सुनहरी लाइटें लगातार झपक रही थीं। मुख्य द्वार पर लटकती फूलों की झालरें और लाल कालीन पर खड़े दो लड़के स्प्रे वाली परफ्यूम लेकर हर मेहमान पर “खुशबू का हमला” कर रहे थे। घोड़ी के आगे खड़े ढोल वाले इस तरह ढोल पीट रहे थे, मानो कोई बारात … Read more

।। शुभ विवाह ।। – प्रतिक्षा हरिपूरकर : Moral Stories in Hindi

मैडमजी, आज ये फ़ाइलें पूरी करनी हैं, हाथ चलाइए फटाफट, ऐसा कहकर महेश ने मज़ाक किया तो रूपा हँसी, और काम में लग गई। रूपा और महेश एक ही कॉलेज में पढ़े थे, लेकिन उनकी गहरी पहचान उनकी मल्टीनेशनल कंपनी के इंटरव्यू के दौरान हुई थी। महेश सीधा-सादा, मेहनती और बहुत प्यारा लड़का था। किसी … Read more

प्रायश्चित – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

उमा को आज संकेत की बहुत ज्यादा याद आ रही थी कि मैंने—— संकेत के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया, वह बच्चा मासूम था, कितना प्यार करता था, और मैं अपने बच्चों के मोह में उसको दूर करती रही——- और एक दिन किसी और को दे दिया—— आज संकेत हमारे घर होता और हमारे घर … Read more

कसूर – निरुपमा कपूर : Moral Stories in Hindi

उसकी छोटी-छोटी आँखों में नमी भर गई थी। पलकें भीग रही थीं, उसे बहुत दर्द हो रहा था। आज वह अपनी माँ के लिए बहुत बेचैन हो रही थी। माँ को सबसे ज़्यादा झकझोर कर उसे बचाने की कोशिश में लगी थी। वह दिखाना चाहती थी कि, “माँ, मैं तेरे साथ हूँ, तू टूट मत, … Read more

मैं आपकी बेटी जैसी हूं – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

आज फिर राधा जी ने ठीक से खाना नहीं खाया तभी उनका उदास चेहरा देखकर उनकी बहू रागिनी बोली मां जी क्या बात है तीन-चार दिन से आप ना ही ठीक से खाना खाती है और बहुत उदास रहती है l अगर तबीयत ठीक नहीं है तो डॉक्टर के पास चलते हैं l मैं बोली … Read more

नए साल की सौग़ात – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

टवनटी टवनटी वाला साल तो शायद कभी नहीं भूलेगा। जब से नया साल शुरू हुआ है, सबके मन में नई उंमगें हैं। पिछले साल ने जो दु:ख दिए, जो जो नुकसान हुए उन सबकी भरपाई होना इतना आसान नहीं है, और कुछ ज़ख़्म ऐसे भी मिले जो कभी नहीं भरेंगे , फिर भी कहते है … Read more

बेटियां – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरे!” तीसरी भी बेटी हो गई बहू को।हे भगवान बेटे की लालच में सुनील ने ये क्या कर दिया”… कमला जी बहू की तीसरी संतान के होने का दुख मना रहीं थीं। चारों तरफ मातम पसरा था जैसे आने वाली नन्ही सी परी ने कोई गुनाह कर दिया हो।सुनील तो अपनी किस्मत को कोस रहा … Read more

सफाई कर्मचारी – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुनिता नगर महा पालिका में एक सरकारी सफाई कर्मचारी थी और अपने परिवार के पालन पोषण के लिए वो बड़ी इमानदारी से काम करती थी। उसके दो बेटे थे, कभी – कभी वो भी उसके साथ आ जाते थे। एक बार बड़े बेटे राजू ने मां की मदद के लिए झाड़ू उठा लिया तो सुनिता … Read more

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