आंखों में खटकना – खुशी : Moral Stories in Hindi

रति और सीमा चचेरी बहने थी। रति की मां का देहांत हो गया था तो वो अपने चाचा के घर रहने आ गई क्योंकि उसके पिता बाहर नौकरी करते थे। रति सभी कार्यों में कुशल थी इसलिए वो उसकी चाची शांति की आंखों में रति हमेशा खटकती थी।दोनो लड़कियां सयानी हो गई थी।शांति और रामपाल … Read more

आँसू बन गए मोती – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

शाम का धुंधलका धीरे-धीरे गहराता जा रहा था। गांव के किनारे बहती नदी की लहरों पर सूरज की अंतिम किरणें ठिठक कर बिखर रही थीं। इसी नदी के किनारे बैठी थी राधा—चुपचाप, अपने विचारों में खोई हुई। उसकी आँखों में आँसू थे, जो मोती की तरह चमक रहे थे। राधा इस गाँव की सबसे सुंदर … Read more

एक माफी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिए – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुप्रिया हाथों में मिठाई का पैकेट लेकर घर के बाहर बेल बजाकर दरवाज़ा के खुलने का इंतज़ार कर रही थी । जैसे ही दरवाज़ा खुला उसने सासु माँ के पैर छूकर उन्हें गले लगाते हुए कहा माँ मुझे प्रमोशन मिल गया है । वह भी आपके कारण मुँह मीठा कीजिए ना कहते हुए उन्हें लड्डू … Read more

पापा की शादी – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी 54 वर्ष के विधुर पति थे ।पेशे से इंजीनियर थे वो।दो साल से विधुर का जीवन बीता रहे थे वो।एक बेटी थी जिसकी पत्नी के जाने के बाद शादी हुई थी। बेटी एम बीए करने के दौरान साथ पढ़ने वाले सहपाठी मयंक को पसंद करती थी। मां को बेटी मेघा ने बताया था … Read more

प्रेम का प्रतीक हरसिंगार – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

पारिजात और प्राजक्ता, कॉलेज में सिर्फ नाम का एक ही अर्थ होने की वजह से ही तो बस जान पहचान हुई थी दोनों की और फिर धीरे धीरे गहरी दोस्ती।  जहां पारिजात सौम्य, समझदार,शांत और संतुलित था वहीं प्राजक्ता चंचल, शौख, बातूनी और खुशमिजाज। पर कभी प्यार मोहब्बत जैसा कुछ नहीं हुआ बस सोहबत ही … Read more

रावण दहन – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

रावण दहन कर घर लौट रही थी सुमित्रा। रास्ते में छोटीसी गली हैं, जो सुनसान रहती है, लेकिन जल्द पहुंच जाते है। अचानक उसे किसी के चीखने की आवाज आई। बिल्कुल हल्की-सी। वहम समझ, कुछ उदासीनता ओढ़ वह आगे बढ़ने लगी। पांव हैं कि वहीं ठिठक गए। खुसर-पुसर की आवाज सुनकर वह उस दिशा में … Read more

एक माफी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिए – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“दीदी आपका राजू मेरी बेटी सुहाना को हमेशा तंग करता रहता है । ये क्या बात हुई माना हमारे पास ज्यादा रुपया – पैसा नहीं है तो क्या हम और हमारा परिवार आपके गुलाम बन कर रहेंगे ” गुस्से में तमतमाई रिचा अपनी जेठानी गुंजन को भला-बुरा सुनाए जा रही थी। गुंजन सरल स्वभाव की … Read more

एक माफी ने बिगड़ने से पहले ही रिश्ते सुधर दिए – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

मानसी को अपने ऊपर बहुत घमंड था दिखाने में सुंदर और एक एकहरी काया भगवान ने जैसे फुर्सत में बनाया हो…पढ़ी लिखी हुई बहुत ..घर के काम में भी निपुण.. इसलिए उसे अपने ऊपर बहुत घमंड है ….जेठानी को तो वह गांवार समझती थी …जेठानी सुनिधि गांव की रहने वाली सरल और शांत स्वभाव की … Read more

एक माफ़ी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिये – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

ट्रिंग ट्रिंग! दरवाज़े की घंटी बजी! इवा डिनर खत्म कर अपनी छ साल की बेटी इना को सुलाने की कोशिश कर रही थी!”अब इतनी रात को कौन आ गया “सोचते मैजिक आइ से झांक कर देखा पर समझ ना सकी! कौन?कहने पर उधर से आवाज आई “मैं!मैं हूं सागर! पूरे सात साल बाद वही सागर … Read more

आंसू बन गए मोती – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रामदीन एक गरीब रिक्शावाला हंसमुख नेक दिल व्यक्ति है । उसकी पत्नी रमिया (रामेश्वरी) भी अपने पति की तरह ही हंस मुख स्वभाव की है । उनकी एक बेटी है राधिया । रामदीन सुबह 6:00 बजे चाय के साथ दो रोटी खाकर अपना रिक्शा लेकर निकल जाता है । दोपहर का खाना वह एक छोटे … Read more

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