शुभ विवाह – डॉ आभा माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

   आज गौरवी के गाँव सहानपुर में बासंती हवाएँ बह रही थीं। हर तरफ चहल पहल नजर आ रही थी।आम के पेड़ों पर बौर आ चुके थे– उनकी महक सब जगह फैली हुई थी ।पूरे गाँव में एक खास तरह की चहक थी — जैसे कोई बड़ा उत्सव आने वाला हो। दरअसल, यह उत्सव ही तो … Read more

नई शुरुआत – मधुलिका सिन्हा : Moral Stories in Hindi

आज, रिया और राघव शादी के बंधन में बंधने वाले थे। दो ऐसे लोग जिनकी नियति कुछ अलग ही कहानी लिखने वाली थी। अग्रवाल हवेली में चहल-पहल थी। हर कोना रोशनी और फूलों से सजा था, और हवा में शहनाई की मधुर धुन गूँज रही थी। यह कोई साधारण शादी नहीं थी,यह थी खुशी और … Read more

अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे कलेजे में ठंडक – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

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 सखियों ये कहानी शुरू होती है एक छोटे से गांव से। जिसमें  बहुत ही छोटे से परिवार में एक बूढ़ी अम्मा और उसके पोते राजू और उसके पोते की बहू धनिया रहते हैं। मैने (अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे कलेजे में ठंडक ) इस कथन पर दो तरीके से इस कहानी में दादी अम्मा … Read more

…  ऐसा मैने सोचा था – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरी सुमित्रा मेरा बैंक बैलेंस और ये संपत्ति किसके लिए हैं मेरी बेटी माला के लिए ही तो हैं।देखना उसकी शादी इतनी धूमधाम से  करूंगा कि पूरा गांव याद रखेगा रामदयाल बिस्तर पर पड़ी अपनी पत्नी का हाथ थामते हुए दिलासा दे रहे थे। आपके मुंह में घी शक्कर जी।लड़का शांतनु तो बहुत अच्छा है।सगाई … Read more

शुभ विवाह – विनोद कुमार सिंह : Moral Stories in Hindi

बदायूं के सुदूर उत्तर में शेखुपुर नामक एक छोटा-सा सुंदर गांव था, जहाँ विनोद कुमार सिंह और उनकी धर्मपत्नी अंशु अपनी बेटी आराध्या के साथ रहते थे। विनोद कुमार सिंह एक सेवानिवृत्त अध्यापक थे। उम्र ढल चुकी थी, पर आँखों में आज भी बेटी के सुनहरे भविष्य के सपने पलते थे। रिटायर होने के बाद … Read more

मैं मां हूं न ! – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

 पिछले सप्ताह ही रोहन और शुचि का विवाह धूमधाम से संपन्न हुआ था। विवाह के पश्चात् होने वाली अन्य रस्में भी पूरी हो चुकी थीं। भारतीय संस्कृति में ‘विवाह’ एक महत्वपूर्ण संस्कार है। यह मात्र एक परंपरा का निर्वाह नहीं है, अपितु इसमें समाहित सभी रस्मों यथा बहू आगमन पर गृह प्रवेश की द्वार पूजा … Read more

ऋण चुका दिया – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

शामली का मोबाईल जब रात के दो बजे बजा तो वो समझ गई कि भारत से उसकी परम मित्र रूही का फोन ही होगा। वैसे तो उसे भारत से न के बराबर फोन आते है, कोई है ही नहीं तो फिर फोन कौन करेगा। जो नाममात्र के रिश्ते हैं वो तो बहुत पहले ही छूट … Read more

नमक का हक अदा करना – खुशी : Moral Stories in Hindi

गोपाल दास एक फैक्ट्री में मुनीम थे।उनकी पत्नी सविता और मां शांति तीन जन घर में थे।शादी को 5 साल हो गए थे परंतु अब तक उनकी कोई संतान नहीं थी। इस कारण मां और पत्नी बहुत दुखी थे। गोपाल कहते भी जब ईश्वर की इच्छा होगी तब हो जाएगी।गोपाल दास की फैक्ट्री के रस्ते … Read more

हस्तरेखा – आरती मिश्रा : Moral Stories in Hindi

” मुलाकात हुई, पाण्डेय जी से !” कनक खाने की थाली मेज पर परोसती अपने पति विनय से पूछ बैठी। हां ,हुई तो ! क्या कहा उन्होने? “उन्होंने कहा है कि केस मुकदमा करने की कोई जरूरत नहीं है बस समय का इंतजार करो !” मेरा कहा तो माना नहीं, तो कम से रिश्ते तोड़ने … Read more

एक कप चाय – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

प्रीतो एक गिलास चाय लाना अभी लाती हूँ माँजी  बिंबोली एक घंटे से चाय का इंतजार कर रही थी. लेकिन प्रीतो के पास भी वही रटा रटाया उत्तर था.वो भी क्या करे. सुबह का समय किसी को स्कूल जाना तो किसी को आफिस. किसी का रूमाल ग़ायब तो किसी को टाई नहीं मिल रही. एक … Read more

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