कलंक –  रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

अभी नर्मदा जी को दो-तीन दिन आईसीयू में ही रखना पड़ेगा… उसके बाद ही उनकी हालत के बारे में अच्छे से बता सकते हैं… उन्हें दिल का दौरा पड़ा है… डॉक्टर ने रोहित और आंचल से कहा… डॉक्टर यह सब कह ही रहे होते हैं तभी रोहित की बहन राधिका दौड़ती हुई वहां आई और … Read more

मंजिल मुझे पाना है –  कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

रमा अपनी इकलौती बेटी परी को लेकर हमेशा परेशान रहती थी।कारण ये था,कि रमा के पति सुरेश परी को अपनी तरह एम बीए करावाना चाहते थे पर परी का मन ड्राइंग बनाने में लगता था।वैसे उसने ग्रेजुएट कम्पलीट कर लिया था।सुरेश रोज परी को ताना मारते रहते थे-“तुम्हारे साथ की कई लड़कियाँ डॉक्टर बन गईं,तो … Read more

बेटियाँ कलंक नहीं होतीं –  विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” चल हट….बड़ी आई पढ़ाई करने वाली…जा..चौके में जाकर अपनी माँ से खाना पकाना सीख…वही तेरे काम आयेगा..।” दुत्कारते हुए विमला ने सात साल की सुकृति के हाथ से काॅपी छीन लिया तो वह रुआँसी होकर अपनी माँ माधुरी के पास चली गई।          विमला जब इस घर में प्रमोद की पत्नी बनकर आई थीं तब … Read more

घर का आंगन बहू से सजता है तो ससुराल भी सास के बिना फीका होता है – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

वंदना न्यू इंडिया इंन्श्यूरेंस कंपनी में नौकरी करती थी । माता-पिता ने ही उसके लिए हर्षवर्धन के रिश्ते को पसंद किया था । उसने उनकी बात मानकर उससे शादी के लिए तैयार हो गई थी। हर्षवर्धन का एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन थी उन दोनों की शादी पिताजी के गुजरने के पहले ही … Read more

सजा – देवकृष्ण गुप्ता: Moral Stories in Hindi

टिंग-टिंग…. दरवाजे की घंटी बजी , मां ने कहा सरिता जरा दरवाजे पे देखो कौन है। सरिता, जो कि रेनू देवी की बड़ी बेटी है, उसने दरवाजा खोला और कहा,  मां मोहित की टीचर मैम हैं।  मां ने  कहा कि उन्हें गेस्ट रुम में बिठाओ मैं आती हूं; जब ये सब हो रहा था, तो … Read more

जासूसी दिमाग़ – कल्पना मिश्रा : Moral Stories in Hindi

दोपहर का समय था। सब काम खत्म करके मैं बिस्तर पर आराम से लेटी हुई टीवी पर “क्राइम एलर्ट” सीरियल देख रही थी। स्टोरी क्लाइमेक्स पर पहुँच ही रही थी कि अचानक डोरबेल बज उठी। “अब इतनी देर कौन आया है?” झुंझलाते हुए जल्दबाज़ी में आदत के विपरीत बगैर देखे,बगैर जाने पूछे मैंने फटाक से … Read more

” मुझे खाना बनाना नहीं आता है ”  – बिमला महाजन   : Moral Stories in Hindi

संगीता ने बेटे राघव की राशि से बड़ी धूमधाम से  सगाई कर दी। पर शादी का मुहूर्त चार महीने बाद का निकला। जैसा कि अक्सर होता है राघव और राशि फोन पर लगे रहते थे। एक दो दिन से राघव कुछ चुप चुप था। संगीता ने राघव से इस का कारण जानना चाहा। राघव ने … Read more

चांद पर दाग  – गीता वाधवानी   : Moral Stories in Hindi

अपनी बेटी साक्षी को विवाह के उपरांत विदा करके रवि अंदर आकर रोने लगा।  उसकी मां जानकी ने कुर्सी पर बैठते हुए  रवि को अपने पास बिठाया और समझाने लगीं -” पगले, आजकल तो लड़कियां भी विदाई के समय रोती नहीं है और तू और तेरी साक्षी कितना रो रहे थे और तू तो अभी … Read more

कलंक – के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

नमन का फोन आया है कि माँ गुजर गई है । मनन ने बात सुनकर बिना कुछ कहे फोन रख दिया । कार ड्राइव करते हुए ही पिहू ने पूछा कि किसका फ़ोन था । नमन का फोन है । कह रहा था कि माँ चल बसी है एक बार अंतिम संस्कार के लिए आ … Read more

* परिवार का सुख* – पुष्पा जोशी   : Moral Stories in Hindi

मोहन बाबू गॉंव में खेती किसानी का काम करते थे। अच्छी खासी फसल होती थी। खेत पर ट्यूब वेल था। पानी का संकट नहीं था। खेतों के पास  दो कमरे भी बने हुए थे ,जहाँ खेतों में काम करते समय  तेज ऑंधी पानी आ जाने पर मोहन बाबू और उनके बेटे वहाँ रूक जाते थे। … Read more

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