लकी मैडम – डॉ गुंजन कुमार झा : Moral Stories in Hindi
स्टाफ रूम में सुगबुगाहट आम थी . “आए सोने कि थी ? “ “ न जी हीरे की थी बतावें हैं “ . कौण वापस देण आओगा इब ..इब न मिले “ मलिक मैडम पिछली सीट से बोलीं . मालिक मैडम का वाक्य हमेशा एक फुल स्टॉप होता था. उसके बाद वाक्य हो या वाकया, … Read more