प्रायश्चित – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi
प्रायशचित गल्तियों का होता है, गुनाहों का नहीं “ गोकुल बेटा, तुझसे एक बात करनी है” मुरली प्रसाद ने दुकान पर जा रहे बेटे से धीरे से कहा। “ जी बाबूजी, कहिए, क्या कहना चाहते है” गोकुल ने बही खाता एक तरफ रखते हुए कहा। वैसे तो आजकल सब काम कम्पयूटर पर हो जाते है, … Read more