डैजी –  गरिमा जैन

शाम ढलते ही पास के कॉफी शॉप जाना रोहन को बहुत पसंद था।वह उसकी पसंदीदा जगह थी ,उसके अकेलेपन को  दूर करने का एकमात्र जरिया। कॉफी शॉप में ही खेलने के लिए बाउलिंग का गेम था जिसे खेल के रोहन बहुत रिलैक्स महसूस करता था। रोहन ने इतने सालों में थोड़े बहुत पैसे इकट्ठा कर लिए थे ,अब उसे जरूरत थी सिर्फ एक जीवन साथी की ।जीवन में अकेलापन उससे अब सहा नहीं जाता था।

जब वह बाउलिंग का गेम खेल रहा था तभी पीछे से कंधे पर किसी ने उसे थपथपाया । वह एक अधेड़ उम्र का आदमी था जिसके बाल खिचड़ी हो चुके थे पर शरीर से वह  बिल्कुल चुस्त-दुरुस्त था।

” वेल डन बाय वेल डन “

उसने रोहन से कहा और थोड़ी ही देर में रोहन और उस शख्स की जिसका नाम Mr डेनियल था दोनों में दोस्ती हो गई ।रोहन और डेनियल ने मिलकर शराब के जाम चढ़ाए और एक दूसरे से अपने दिल की बात की। डेनियल समझ गया कि रोहन को अगर किसी चीज की कमी है तो वह है एक जीवनसाथी की ।उसके जीवन में अकेलापन उसे खाए जा रहा था। डेनियल रोहन से कहता है कि अगली शाम वह उसके साथ एक जगह चले, वह एक बहुत अच्छी लड़की को जानता है जो रोहन की तरह ही जीवन में बहुत अकेली है, शायद उन दोनों की कुछ बात बन जाए और दोनों का अकेलापन दूर हो जाए। रोहन यह  बात सुनकर बहुत उत्साहित हो जाता है और बेसब्री से अगले दिन का इंतजार करने लगता है ।


रोहन advertising company मैं काम करता था। शाम को वह अच्छे से तैयार होकर मिस्टर डेनियल की बताई हुई जगह पर समय से पहुंच गया। उसने दूर से देखा कि एक खूबसूरत सी लड़की उसकी तरफ चली आ रही है ,रोहन की दिल की धड़कने तेज हो गयी ,वह मन ही मन सोचने लगा कि क्या इतनी खूबसूरत लड़की उसकी जीवनसंगिनी बन सकती है ? 

लड़की पास आती है उसका नाम डेज़ी था ।जैसा उसका नाम वैसे ही वह देखने में और वैसे ही मधुर बातें करने वाली ।तभी वहां डेनियल आया और दोनों को एक दूसरे से मिलवा कर हंसते हुए चला गया ।रोहन को डे जी का साथ बहुत अच्छा लग रहा था ।दोनों ने घंटों बातें की और रोहन को ऐसा लगा मानो डीजी उसी के लिए बनी हो इतने सालों से ना जाने वह दोनों कैसे मिल नहीं पाए ।अगले दिन मिलने का वादा करके रोहन और डेज़ी अपने घर लौट जाते हैं।

शाम 7:00 बजे अगले दिन रोहन फिर से उसी स्थान पर पहुंच जाता है डेज़ी  पहले से ही उसका इंतजार कर रही थी। पर डेज़ी का चेहरा आज बहुत मुरझाया हुआ था आज वह पहले की तरह प्रफुल्लित नहीं लग रही थी ।रोहन डेजी की उदासी का कारण पूछता है तो वह कुछ नहीं बताती दोनों बातें करते हैं खाना खाते हैं रोहन डेज़ी से कहता हैं कि अभी तो हमें मिले 24 घंटे ही हुए हैं पर वह हर वक्त डेजी के बारे में ही सोचता रहता है ।रोहन आज एक छोटा सा तोहफा भी डेज़ी के लिए लेकर आया था। छोटा सा पेंडेंट था जिसमें डेजी और रोहन की तस्वीर लगी थी ।डेजी ने खुशी-खुशी वह पेंडेंट अपने गले में पहन लिया और ना जाने क्यों रोहन के गले लग कर रोने लगी ।रोहन ने कहा कि अगर उनके बीच में सब कुछ अच्छा रहा तो आगे जाकर वह  डेजी से शादी करना चाहेगा इस पर डेजी कुछ नहीं बोली और चुपचाप अगले दिन मिलने का वादा करके वहां से चली गई ।


अगले दिन जब रोहन डेजी से मिलने के लिए तैयार हो रहा था तब अचानक उसे अपने अपार्टमेंट में किसी आदमी के होने का आभास होता है।अपार्टमेंट में  अंधेरा हो चुका था। जैसे ही रोहन लाइट जलाई तो देखा सामने टेबल पर मिस्टर डेनियल बैठे थे, पर डेनियल के चेहरे पर आज वह चित परिचित मुस्कुराहट नहीं थी आज वह बहुत गंभीरता के साथ उसकी टेबल पर उंगलियों से टाप कर रहे थे ।उन्हें देखकर रोहन असमंजस में पड़ गया, वह सोचने लगा कि अभी कुछ ही देर बाद तो मिस्टर डेनियल समुद्र के किनारे रोहन से मिलने ही वाले थे और  डेनियल को रोहन के अपार्टमेंट का एड्रेस कैसे मिला और गार्ड ने उन्हें ऊपर कैसे आने दिया ?

तभी मिस्टर डेनियल एक तिरछी मुस्कान से रोहन की तरफ देखते हैं और रोहन से कहते हैं कि उन्हें  दस लाख  की बहुत आवश्यकता है । रोहन इतनी बड़ी रकम सुनकर चौक जाता है  ,हालांकि रोहन अच्छा कमाता था पर इतने पैसे उसके पास कभी भी नहीं रहे थे ।उसके पास शायद उसके बैंक में एक लाख  पड़े हो। मिस्टर डेनियल में फिर अपनी बात दोहराते हुए कहा कि उन्हें 10 लाख की बहुत आवश्यकता है। इस पर रोहन ने अपनी असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि उसके पास इसके आधे पैसे भी नही  हैं ! यह सुन डेनियल के चेहरे का बाव  बदल गया, उनकी आंखें लाल हो गई और वह बहुत गुस्से के साथ रोहन को देखने लगे मानो कह रहे हो कि अगर तुमने दस लाख नहीं दिए तो तुम सोच नहीं सकते मैं तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं ।

रोहन ने डेनियल से कॉफी पूछी या फिर वह ड्रिंक लेना चाहेंगे? इस पर मिस्टर डेनियल बहुत गुस्से में आ गए उन्होंने कहा कि अगर 2 दिन के अंदर रोहन ने दस लाख  का इंतजाम नहीं किया तो उसके साथ बहुत बुरा हो सकता है। यह बोलकर वह तेजी से बाहर चले गए ।रोहन भौचक्का सा वहां खड़ा रह गया ।वह अब क्या करें ? डेज़ी से मिलने जाने में उसे देर हो रही थी ।वह तेजी से टैक्सी पकड़कर समंदर किनारे गया पर डेज़ी वहां पर आई ही नहीं । जब रोहन ने डेजी को फोन मिलाया तो फोन किसी अजनबी आदमी ने  उठाया और रोहन से बहुत तल्खी में बात की और उसे फौरन पुलिस स्टेशन आने को कहा ।वह समझ नहीं पा रहा था आखिर  डेजी का फोन किसके पास है और उसे पुलिस स्टेशन आने के लिए क्यों कहा गया है ?? रोहन अफरा-तफरी में पुलिस स्टेशन पहुंचता है जहां उसे मालूम पड़ता है कि डेज़ी की एक रात पहले ही ,एक होटल के 15 मंजिल से गिरकर मौत हो चुकी है। रोहन यह सुनकर अपने होश खो देता है ! अभी 1 दिन पहले ही तो डेजी उसे मिली थी और उसकी मौत भी हो गई ।पुलिस बताती है कि उसका चेहरा बहुत बुरी तरह से बिगड़ चुका है लेकिन उसके गले में उन्हें यह पेंडेंट मिला था और जब रोहन ने डेज़ी के मोबाइल  पर फोन किया तो वह मोबाइल पुलिस के पास ही था ।रोहन डेनियल  के बारे में पुलिस को बताना चाहता है पर वह यह सोच कर चुप रह जाता है की उसे तो  डेनियल का पता ठिकाना  कुछ भी नहीं पता ।वह क्या कहकर डेनियल को पुलिस से अवगत कराए ।रोहन पुलिस थाने से देर रात अपने जब घर पहुंचता है तो उसके घर का दरवाजा खुला था।


घर का दरवाजा देख रोहन समझ जाता है कि वह ना हो  डेनियल उसके घर में आ चुका हैं वह सतर्क हो जाता है। डेनियल के इरादे उसे नेक नहीं लग रहे हैं जब रोहन अपने कमरे की बत्ती जलाता है तो डेनियल एक चाकू  उसके गले के पास रख देता है !वह कहता है देखा जिस तरह मैं तुम्हें एक मर्डर के केस में फंसा सकता तुम मुझे छोटा मोटा इंसान मत समझो अगर तुमने मेरे लिए दस लाख नहीं दिया तो तुम अपनी बाकी की जिंदगी जेल में कटोगे । 

रोहन कुछ  समझ नहीं पा रहा था वह डेनियल से पूछता है कि क्या डेज़ी जिंदा है या सच में मर चुकी है ! डेनियल कहता है कि उसके पास ऐसा सबूत है जिससे  रोहन आसानी से बच सकता है ,लेकिन वह सबूत देने के लिए रोहन को पैसे देने होंगे। रोहन  डेनियल से फिर पूछता है क्या डेज़ी जिंदा है ! इस पर डेनियल कुछ नहीं कहता और चाकू लहराता हुआ उसके घर के बाहर जाने लगता  है। जाते-जाते वह कहता है” आरती का ध्यान रखना”  यह सुनते ही रोहन सन्न रह जाता है डेनियल आखित आरती के बारे में कैसे जानता था ?क्या आरती की जान को खतरा था ? आरती रोहन कि बहन थी।डेनियल जाते समय बोलता है पुलिस के पास जाने की गलती मत करना नहीं तो जानते हो ना मैं क्या नहीं कर सकता।

रोहन बर्फ की तरह जम  जाता है वह समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उससे कब और कहां गलती हो गई और वो दस लाख आखिर कहां से लाएगा ।  रोहन हिम्मत का काम करता है वह पुलिस स्टेशन जाने का फैसला लेता है।डेनियल की जाने की आधे घंटे बाद रोहन एक लंबा सा काला कोट पहनता है ,चश्मा लगाता है, एक टोपी पहनता है जिससे कोई  उसे देखकर पहचान ना पाए और रात के अंधेरे में  सीधे पुलिस थाने जाता है। पुलिस स्टेशन जाकर अपनी और डेनियल की सारी बातें बता देता है जो उसने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली थी। जब डेनियल ने उसे धमकी दी थी तब रोहन ने बड़ी चालाकी से अपने मोबाइल की रिकॉर्डिंग ऑन कर ली थी जिससे उसके पास डेनियल के खिलाफ कोई सबूत हो जाए।पुलिस  यह सब बातें बहुत ध्यान से सुनती है और फिर रोहन से कहती है कि क्या वह डेनियल का स्केच बनवाने में उनकी मदद कर सकता है ।रोहन डेनियल का स्केच बनवाता  है और पुलिस को यह जानकर बहुत हैरानी होती है कि डेनियल तो  कुख्यात गैंगस्टर एंटोनियो था! जिसने अपना नाम बदलकर डेनियल रख लिया था। उसने इससे पहले गोवा में कई खतरनाक वारदातों को अंजाम दिया था और डेज़ी और कोई नहीं बल्कि इस एंटोनियो की सौतेली बेटी थी । पुलिस बताती है कि उनकी जानकारी के मुताबिक डेनियल की दो सौतेली बेटियां है एक तो डेज़ी है और दूसरी का नाम जूली है ।जूली का कोई अता पता नही था।


रोहन को यह जानकर बड़ी हैरानी होती है क्योंकि डेज़ी ने अपनी बहन जूली के बारे में उसे कुछ नहीं बताया था । फिर पुलिस रोहन के संग मिलकर एक जाल बुनती है ।  गैंगस्टर एंटोनियो को पकड़ने के  प्लान के मुताबिक रोहन एंटोनियो को दस लाख रुपए देने के लिए तैयार हो जाता है वह उसे समुद्र के किनारे रात के 12:00 बजे मिलने का वादा करता है। एंटोनियो यानि कि डेनियल ठीक समय पर वहां उससे मिलने आ जाता है। डेनियल  सपने में भी नहीं सोच सकता था कि रोहन ने कितनी बहादुरी का काम किया है और पुलिस रोहन के साथ ही  वहां साधारण कपड़े पहन कर आसपास ही मौजूद थी। उसके बाद Daniel बहुत तेजी से रोहन की तरफ आता है और रोहन उसे वह बैग थमा देता है  जो वह साथ लेकर आया था पर उसने पैसे नहीं थे सिर्फ रद्दी  थी ।

डेनियल ने जैसे ही वह बैग पकड़ा वह फौरन समझ गया इसमें नोट नहीं है। उसने रोहन से कहा कि वह उसके साथ धोखा कर रहा और डेनियल ने चाकू निकालकर रोहन के पेट में लगभग गुसा ही दिया था जब पुलिस ने पीछे से आकर उसे पकड़ लिया ।डेनियल को पुलिस थाने ले जाया गया जहां उसकी  अच्छे से खातिरदार हुई।तीन चार  घंटे जब पुलिस में डेनियल से पूछताछ की तब उसने सारी सच्चाई पुलिस के सामने रख दी।

दरअसल वह लड़की जो होटल के 15 वें माले से कूद के मरी थी वह डेज़ी नहीं थी बल्कि उसकी बहन हुई थी जूली!जूली  डेनियल की सारी बातें नहीं मानती थी वह उससे विद्रोह करना चाहती थी, वह उसके चंगुल से छूटना चाहती थी। डेनियल किसी भी तरह जूली के जरिए लड़कों को  फसाता था फिर उन्हें ब्लैकमेल करके उनसे मोटी रकम वसूल करता। जूली अब अपनी जिंदगी में शादी करके सुख चैन की जिंदगी जीना चाहती थी पर उसकी किस्मत में शायद यह खुशी देखना  नहीं लिखा था। डेनियल उस रात शराब के नशे में था। उसने जूली को बहुत देर तक मारा जिससे जूली बिल्डिंग से नीचे गिर गयी ।रोहन को इस जुर्म में फंसाने के लिए उसने डेज़ी का लॉकेट जो उसने  पहन रखा था वह जूली की लाश के पास डाल दिया जिसे रोहन बिना कुछ किए भी खून के इल्जाम में अपनी जिंदगी जेल मे काट देता।

सारी सच्चाई जानने के बाद डेनियल के ऊपर केस चला जिसमें उसे उम्र कैद की सजा हुई है और रोहन को उसकी   प्रेमिका डेज़ी मिल गई थी ।अगर रोहन  डेज़ी की जिंदगी में नहीं आया होता तो शायद वह भी अपनी बहन जूली की तरह मारी जाती ।अब डेज़ी रोहन के साथ एक सुख चैन की जिंदगी जी रही थी ।रोहन का भी अकेलापन दूर हो गया था और उसे एक प्यार करने वाला साथी मिल गया था।

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