असली श्रद्धांजलि – आशा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुबह का समय था, और प्रदीप के घर पर चहल-पहल थी। घर के बाहर एक बड़ा मंडप सजाया गया था, जहां पंडितों के मंत्रोच्चार गूंज रहे थे। यह सब प्रदीप के पिता की आत्मा की शांति के लिए आयोजित श्राद्ध कार्यक्रम का हिस्सा था। घर के अंदर और बाहर लोग व्यस्त थे, कोई दान के … Read more

बड़ी मम्मा : Moral Stories in Hindi

नीलम, जिसे घर में सब प्यार से नीलू कहते थे, अपनी बड़ी बहन पायल के साथ एक छोटे, मगर प्यार भरे परिवार में पली-बढ़ी थी। पायल उम्र में नीलू से लगभग दस साल बड़ी थी, लेकिन दोनों के बीच का रिश्ता सिर्फ बहनों का नहीं, बल्कि दोस्ती और माँ-बेटी जैसा था। पायल ने अपनी छोटी … Read more

बेटी का दर्द – रमेश कुमार “संतोष” : Moral Stories in Hindi

जब से डाक्टरो ने केस को दूसरे शहर  के बडे अस्पताल में दिखाने के लिये कहा है तब से उन के भीतर डऱ सा बैठ गया हैं | कुछ भी अच्छा नही लग रहा है |घर में जो  भी नगदी थी ले कर पत्नी के साथ दूसरे शहर के अस्पताल में पहुंच गये यहां उन … Read more

साक्षात दुर्गा – डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रिया सोलह साल की बातूनी,अल्हड़ और स्वभाव से हिम्मती लड़की थी।उसकी चचेरी बहन के पति का ट्रांसफर उनके ही शहर में हो गया था।चचेरीबहन और उसके पति ने उनके घर से थोड़ी दूरी पर ही घर लिया था।अब तो रिया को जब भी समय मिलता वो अपनी दीदी के यहां चली जाती। धीरे-धीरे रिया ने … Read more

वचन – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

चलिये गोविन्द जी गाड़ी तैयार हैँ…. हां चल तो रहे हैँ संजय जी लड़के वालों के घर … पर मन बहुत दुविधा में हैँ कि लड़की कहीं गलत जगह ना फंस जायें … जैसा तुमने बताया कि लड़के वाले  किराये के घर में रहते हैँ…. दो बेटी दो बेटे हैँ…. कोई बाप दादाओं की कमाई … Read more

जहां चाह वहीं राह – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

 राधा ओ राधा …..अरी कहां मर गई, काम की न काज की… । सौतेली मां की आवाज सुनकर राधा हड़बड़ाईं किताब एक तरफ रखकर सीधे रसोईघर में घुस गई माँ के गुजरने के बाद सौतेली माँ ने इसी शर्त में पढ़ने की इजाजत दी थी घर के सारे काम यथा समय उसके द्वारा निपटा दिये … Read more

परिवार की इज्जत – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

विवाह मंडप में बैठे पंडित जी बार-बार कह रहे थे की फेरों का समय हो गया है कन्या को लाइए l कन्या को लाने में देरी हो रही थी l सक्षम दूल्हा बना मंडप में बैठा दुल्हन का इंतजार कर रहा था “ थोड़ी देर बाद साक्षी की मां सक्षम की मां गीता देवी कन्या … Read more

झूठी हैं दीवारें – मंजु सिंह : Moral Stories in Hindi

आज चैन की सांस ली थी अनीता ने । कब से इसी बात को लेकर चिंतित थी कि रचना का एडमिशन किसी अच्छे कॉलेज में होगा या नहीं ।आजकल दाखिले के लिए इतने अंक लाना सब के बस की बात कहाँ रह गयी है !  किस्मत अच्छी थी रचना की कि उसका दाखिला दिल्ली के … Read more

अनारकली – अंजना वर्मा : Moral Stories in Hindi

“ऐ! चुप रह। जब देखो तब मुस्कुराती रहती है, ठी-ठी-ठी-ठी हँसती रहती है। न कोई सोच, न कोई चिंता। थोड़ी भी शरम है?” दीपा की भाभी ने कहा। “किस बात की शरम भाभी? क्या किया है मैंने? कौन-सा ग़लत काम किया है जो शरमाऊँ?” दीपा बोली। “क्या किया है? मुझसे पूछती है? अपने से पूछ।” … Read more

सुख -दुःख – उपासना सियाग : Moral Stories in Hindi

     हर्तिषा धीरे -धीरे चलती हुई अपने सुख -दुःख करने की जगह आ बैठी। उसका मानना है कि घर में एक जगह ऐसी भी होनी चाहिए जहाँ इंसान अपना सुख -दुःख करके अपने आप से बतिया सके। इस बात पर उसके पति हँसे थे कि लो भला !कोई अपने आप से भी बतियाता है क्या !तो … Read more

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