अम्मा_की_दुकान – पुष्पा कुमारी “पुष्प” : Moral Stories in Hindi

“आइए भैया जी! अभी-अभी ताजा फूल लाया हूंँ, कहिए क्या-क्या दे दूं?” संतोष को अपनी दुकान की ओर आते देख फूल विक्रेता हरिहर मुस्कुराया। “एक बढ़िया सा ताजा फूलों का तोरण और गेंदे की एक माला के साथ रजनीगंधा के कुछ फूल भी दे देना।” मंदिर के बगल वाले फूलों की दुकान पर संतोष ने … Read more

पापा तुम कहाँ हो – अलका प्रमोद : Moral Stories in Hindi

बाहर ज़ोरों की आँधी आई थी मानो टीन और छतों को सामना करने के लिए ललकार रही हो। खिड़की की झिर्री से प्रवेश करती वायु विचित्र-सी सीटी के समान ध्वनि उत्पन्न कर रही थी, कि तभी आँधी के कारण बिजली चले जाने से वातावरण और भी रहस्यमय हो उठा। इतने बड़े घर में एकाकी बैठे … Read more

श्यामली – उत्कर्ष राय : Moral Stories in Hindi

श्यामली ने काँपते हाथों से अँगूठी को उठा लिया उस पर जड़ा छोटा सा हीरा, अपनी चमक से अंधेरे कोने को दमका रहा था। श्यामली बार बार अँगूठी को देखे जा रही थी। पता नहीं कब बीते हुए दिनों की याद चल चित्र के समान आँखों के आगे उतरने लगी। “मैडम मैडम क्या आज मुख्य … Read more

औकात – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi

सूरत के बड़े से “चाइनीज़ रेस्टोरेंट” में दोपहर के वक़्त सफ़ेद सूती कुर्ता पैजामा पहने एक प्रौढ़ शख़्स दाख़िल होता है।  उस व्यक्ति के रेस्टोरेंट में आते ही “मुकेश” नाम का वेटर जिसका उस समय अगले आगंतुक को रिसीव करके उसका ऑर्डर लेने का “टर्न” था, उसने थोड़ा मायूस होकर कुर्ता पैजामा पहने उस प्रौढ़ … Read more

मेथी आलू की सब्जी – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

रीना अपनी सहेली प्रिया के घर बच्चों को लेकर आयी हैँ…. दोनों सहेलियां बात कर रही हैँ… तभी प्रिया  पति घर आयें… आतें ही बोले प्रिया खाना तैयार हो तो खाना दे दो…. तभी उनकी निगाह रीना पर गयी .. उन्होने हाथ जोड़ रीना से बोला… नमस्ते भाभी जी…. आप कब आयी…. कितने सालों बाद … Read more

देवी का रूप है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

    ‘ अक्षरा धाम ‘ का लाॅन लाल-पीली बत्तियों से जगमग कर रहा था।हवा के झोंकें के साथ ताज़े फूलों की खुशबू नलिनी के नाक तो आई तो उसका तन-मन महक उठा।लोगों की भीड़ में उसकी नज़रें किसी अपने को तलाशने लगी कि तभी घर की वरिष्ठ महिला ने आकर उसका स्वागत किया,” आओ बचिया….तुम्हारे बिना … Read more

भूख – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी को बड़ी जोर की भूख लग रही थी… अंदर पोता पोती सभी खाना खा रहे थे…. बहू को कई बार आवाज लगाने के बाद भी वो खाना लेकर नहीं आयी….एक  घंटा होने को आया… सुबह से चार बिस्कुट चाय पीये बैठे हैँ खाट पर प्रकाश जी… कई टिक्की वाला, समोसे वाला और भी … Read more

शादी – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

हां तो भाई साहब हो गयी सारी तैयारी शुभी के ब्याह की….?? हां शंभू बाकी तो सब हो गया अभी गेस्ट हॉउस को लेकर मन बड़ा असमंजस में हैँ…. असमंजस की क्या बात इसमें …. और गेस्ट हॉउस…. आप तो यहीं कॉलोनी में ही शादी करने की बोल रहे थे ना …. कि यहीं टेंट … Read more

आज तो मॉम ने पूरी इंसल्ट करा दी मेरी…. – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

जल्दी जल्दी सलोनी बेटी मनीषा का हाथ पकड़े स्कूल के गेट में आगे  बढ़ती जा रही हैँ… मॉम प्लीज…. आप कुछ बोलना नहीं मैम से… बस चुप रहना… मैं वैसे ही प्रीबोर्ड में फेल हो गयी हूँ… मैम गुस्से में होंगी… आप कुछ बोलोगो तो मैम मुझे कहीं प्रैक्टिकल में फेल ना कर दे…. आपको … Read more

अपने दम पर – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

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   ” इंदू बेटा.. इंटरव्यू कैसा रहा? ” पुष्पा जी ने बेटी से पूछा तो वह अपना हैंडबैग सोफ़े पर पटकती हुई गुस्से-से बोली,” मम्मी …, पापा के तो इतने जान-पहचान वाले हैं, किसी एक को भी फ़ोन कर देते तो मेरा काम आसानी से हो जाता पर…नहीं…उन्हें तो अपना उसूल प्यारा है।मैं कितने इंटरव्यू दे … Read more

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