आखिरी फैसला – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

कमल ने जैसे ही सुमन (बेटी) और कमला(पत्नी ) को घर के अंदर आते देखा ,गुस्से में बोला तुम दोनो का दिमाग खराब हो गया है ,बस गाना, गाना ,उसके अलावा कोई काम ही नहीं है | कमला ,क्यों बेटी की जिंदगी बर्दाद कर रही हो? उसको समझाने की जगह तुम खुद ही उसको ले … Read more

मुझे किसी पुरूष का सहारा नहीं चाहिए – अर्चना खंडेलवाल  : Moral Stories in Hindi

बहुत दिन हो गये थे, शिखा ने अपनी मौसी की बेटी को फोन लगाया, लेकिन फोन व्यस्त आ रहा था तो शिखा ने फोन रख दिया, बीस मिनट बाद वही से फोन आया। कैसी हो रीमा दीदी? आप तो आजकल बहुत व्यस्त रहती हो, अपनी बहन से बात करने की ही फुर्सत नहीं है, शिखा … Read more

आखिरी फैसला – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अपनी जिंदगी का इतना बड़ा फैसला वो अकेले नहीं कर सकती थी क्योंकि वो अकेली नहीं थी उसके साथ उसके कुछ अपने भी जुड़े थे जो भले ही कहने भर को थे बस… आप सोच रहे होंगे किसकी बात कर रही हूं मैं?( तो इसका जवाब है मैं बात कर रही हूं पचपन वर्षीय मालती … Read more

चनाचूर गरम – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

  अंकुर …. अंकुर ….मेला लग गया….? मालूम , नवरात्रि आते ही मुझे मेला घूमने की उत्सुकता बढ़ जाती है… अपन चलेंगे ना….तुम भी ना , बच्चों के समान करती हो आकृति …..आजकल के जमाने में मेला देखने कौन जाता है ….अरे वो तो आसपास के गांव वालों के लिए होता है भाई…!     ठीक है …? … Read more

आखिरी फैसला – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता ही परमं तप: ……” पंडित जी राजेश से पूजा अर्चना करवा रहे हैं। वह भी पूर्ण निष्ठा और विधि-विधान से पूजा में तल्लीन है। पंडित जी के निर्देशों का अक्षरशः पालन कर रहा है। कहीं कोई कमी न रह जाए, इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है। आज उसके … Read more

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