पापा की शादी – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी 54 वर्ष के विधुर पति थे ।पेशे से इंजीनियर थे वो।दो साल से विधुर का जीवन बीता रहे थे वो।एक बेटी थी जिसकी पत्नी के जाने के बाद शादी हुई थी। बेटी एम बीए करने के दौरान साथ पढ़ने वाले सहपाठी मयंक को पसंद करती थी। मां को बेटी मेघा ने बताया था … Read more

आंसू बन गए मोती – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रामदीन एक गरीब रिक्शावाला हंसमुख नेक दिल व्यक्ति है । उसकी पत्नी रमिया (रामेश्वरी) भी अपने पति की तरह ही हंस मुख स्वभाव की है । उनकी एक बेटी है राधिया । रामदीन सुबह 6:00 बजे चाय के साथ दो रोटी खाकर अपना रिक्शा लेकर निकल जाता है । दोपहर का खाना वह एक छोटे … Read more

आंसू बन गए मोती – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

आज सुबह से ही प्रियांशी का मन अनमना सा हो रहा था पता नहीं क्या बात है! डॉ प्रियांशी हॉस्पिटल से भी जल्दी आ जाती है पर घर आकर अकेले ही कमरे में बैठी होती है बेटी आयुषी जो फोर्थ क्लास में पढ़ती है शाम को ही स्कूल से आएगी प्रियांशी के पति अभिनव एक … Read more

आसान नहीं मां कहलाना!! – पूर्णिमा सोनी: Moral Stories in Hindi

प्रि्या के जीवन में नन्हे कदमों की आहट क्या आई पति देव की पोस्टिंग, फिर ट्रेनिंग आ गई। सेलेक्शन का रिजल्ट तो पहले ही आ गया था! तब उत्तर प्रदेश का बंटवारा नहीं हुआ था, तो एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट नैनीताल में ट्रेनिंग के लिए जाना था.. तीन महीने के लिए.. ट्रेनिंग से वापस आकर  अनंत … Read more

कीमत – बीना शर्मा  : Moral Stories in Hindi

“चल बहन जल्दी से तैयार हो जा आज मैं तुझे लेने आया हूं”नितिन ने अपनी बहन चांदनी से कहा तो वह अपने घर जाने की तैयारी करने लगी थी चांदनी पढ़ी लिखी और बेहद संस्कारी युवती थी जिसे गाड़ी चलाने का बेहद शौक था कुछ समय पहले ही उसकी शादी एक भरे पूरे परिवार में … Read more

ग्रहण-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

“मुक्ता••! आज तुम दूसरे कमरे में जाकर सो जाओ••!  क्यों•• क्या हुआ ? आपकी तबीयत तो ठीक है ••? हां-हां तबीयत ठीक है ! कुछ प्रोजेक्ट्स सबमिट करनी हैं इसलिए कुछ दिन ऑफिस का काम घर पर ही करूंगा !    मेरे साथ सोने में तुम्हें दिक्कत होगी इसलिए कह रहा हूं ! नजरे चुराते हुए … Read more

पार्टी बदल ली – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 आज संध्या सोच में डूबी हुई थी कि अचानक मम्मी पापा के एक्सीडेंट में गुजर जाने के बाद मैं अपने छोटे भाई सचिन को उसकी मां बनकर पाला। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उसकी पढ़ाई का भी ध्यान रखा। ट्यूशन पढाकर और पापा की थोड़ी बहुत जमा पूंजी से घर खर्च और पढ़ाई का खर्च चलाया,लेकिन … Read more

संस्कार – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

अनिल ओर सुनील, दोनो बचपन के दोस्त थे। इंजिनीरिंग करने के बाद अनिल अपने पिता के कारोबार में लग गया और सुनील मल्टी नेशनल कंपनी में नोकरी करने लगा। अनिल की शादी आशा से हुई और सुनील भी शादी में आया ओर उसे आशा की बहन सुमन पसंद आ गई। कुछ दिन बाद सुनील ने … Read more

आँसू_बन_गए_मोती – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

अरी कलमुँही…फिर से तीसरी बेटी जन दी ….।पता नहीं कौन सी मनहूस घडी थी। जिस दिन तुझे इस घर में ब्याह कर लाई थी। मुझे क्या पता था मेरा वंश ही खत्म कर देगी ये मनहूस। मालती देवी बस जोर-जोर से चिल्लाये जा रही थी ।और उस मासूम बहू राधा को कोस रही थी। जिसने … Read more

बहुरेंगे दिन – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ आइए माँ ।” बहू की आवाज़ सुन कर जानकी जी अपनी आँखों में बह आए आँसुओं की हल्की सी बूँदाबाँदी को अपनी उँगलियों से पोंछते हुए अपनी चाल तेज कर दी बहू लतिका उनका हाथ पकड़कर चल रही थी। “बहू भीतर बहुत लोग होंगे… सब मेरी घरेलू भाषा समझेंगे भी नहीं ऐसे में प्रतीक … Read more

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