स्नेह भरी टिकिया – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi
हैलो…… बुलबुल का फोन….? आज अचानक कैसे याद आ गई मेरी तुझे बुलबुल…..? अरे तूलिका… सुन ना ….तू मुझे अपने घर का एड्रेस बता ना जल्दी से…. या लोकेशन भेज…… क्या…..? एड्रेस ….? लोकेशन ? पर तू है कहां….. और इतने हड़बड़ी में मेरा एड्रेस क्यों मांग रही है…? सब ठीक तो है ना…? हां … Read more