नेग – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“भाभी देखना मेरे कान में यह कुंडल कैसे लग रहे हैं? सोनाली ने अपनी भाभी मधु से कहा तो सोनाली को देखकर मधु के चेहरे पर मुस्कान  आ गई थी सोनाली मधु की इकलौती ननद थी जिसकी शादी कुछ साल पहले ही उन्होंने बड़ी धूमधाम से की थी नंनद की शादी के कुछ समय बाद … Read more

यह रिश्ता मुझे मंजूर है। – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi

उफ्फ!! दिनभर घर-घर काम करने के बाद गीतांजलि बहुत थक गई थी। घर आते ही उसका छोटा भाई दीपक दीदी! दीदी! करके लिपट गया। दीदी आज क्या लायी हो..??  गीतांजलि ने थैला से कुछ सामान निकाला और भाई को दे दिया। भाई बहुत चाव से खाने लगा। गीतांजलि जहां काम करती थी वहां की महिलाएं … Read more

नंनद – सविता शर्मा : Moral Stories in Hindi

शादी को लेकर हर लड़की के अरमान होते हैं हर रिश्ता बड़ा ही खास होता है ।पर कभी-कभी कुछ अपने रिश्ते ऐसे जख्म दे देते हैं जो जिंदगी भर नहीं भरते। ऐसी  कहानी जया और, नंनद,की  जया की शादी माता-पिता ने बड़े धूमधाम से करें ।जया के घर वालों को यही पता था कि लड़का … Read more

छोटी ननद – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

शोभना की आज बारात आ रही थी, हर कोई खुश था, सभी मस्ती में झूम रहे थे, चारों तरफ रंग बिरंगी झल्लरें लटक रही है, तरह-तरह के पकवान लड्डू और मिठाइयों की खुशबू हर किसी को  पारस की ओर खींच रही थी, जहां बारातियों के जीमने के लिए छप्पन भोग बनाए जा रहे थे। शोभना … Read more

ननद जी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

# ननद # गाँव में रहने वाली रमा अपने सीधे – साधे स्वभाव और मीठे व्यवहार के लिए जानी जाती थी । गाँव वाले उसे बहुत पसंद करते थे । उसकी शादी रमेश से हुई थी , जो कि एक संयुक्त परिवार में रहता था । परिवार में सास- ससुर , देवर और उसकी एक … Read more

ननद – संतोष शर्मा : Moral Stories in Hindi

हेलो नीरूजी,मैं रोहित की मम्मी सुमन बोल रही हूं ।मैं एक दम घबराई..कैसे है आप? हम ठीक है दो दिन बाद रोहित के छुट्टी पङ रही है आप कहे तो रोहित और  आपकी अनुजा को मिलवा देते है  हेलो… नीरूजी क्या ठीक  रहेगा.. मैंने कहा हाँ-हाँ  ठीक रहेगा।उधर से सुमनजी की आवाज  आई ठीक है … Read more

मेरी प्यारी ननद! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

वैसे तो हॉस्पिटल के बिस्तर पर नींद बहुत मुश्किल से आती थी लेकिन दवाईयोंसे कभी-कभार झपकी लग ही जाती थी। डनलोप की गादी, वातानुकूलित कमरा, गज़ब की शान्ति, सेवा में परिचारीकाएं फिर भी चैन कहाँ था?  थोडीसी झपकी लगी नहीं कि अवचेतन मन में अतीत की किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगते और गुजरे लम्हें दिल … Read more

वो अनजान लड़का – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

38 साल पहले की बात है जब लतिका की नई नई शादी हुई थी…… मैं सोचती थी….. मेरी भाभी गोरी सी , सुंदर सी होंगी पर आप बिल्कुल अच्छी नहीं दिखती है भाभी…..! ये वाक्य थे लतिका की ननद चंचला के…. लतिका आश्चर्य से चंचला की ओर देखती रह गई…..कोई ऐसे कैसे बोल सकता है  … Read more

ये ननद का घर है तो मेरा घर कौन सा है? – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ज़िन्दगी का हर एक दिन अच्छा हो ये कोई ज़रूरी नहीं है….. कभी कभी बुरे दौर से भी ज़िन्दगी गुजरती है…. बस हमें हिम्मत और संयम से उसका सामना करना चाहिए….. चल उठ मेरे लिए चाय बना कर तो ला जरा।”रमाकान्त जी बेटी के सिर पर हाथ फेरते हुए बोले “ पर पापा …..।” राशि … Read more

तपस्या – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

कमरे में चारों ओर फूलों की सुगंध फैली थी । बेड के सामने रखी मेज पर लाल गुलाब के बुके रखे थे । आज बत्तीस साल की नौकरी के बाद पवित्रा रिटायर हुई थी । उसने हाथ में पकड़ा गर्म दूध का गिलास बराबर की साइड टेबल पर रखा और आराम से अधलेटी हो गई … Read more

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