उपेक्षा बनी हौसला – मसीरा मैसी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मैरी जब ग्यारह साल की थी, उसके माँ-बाप एक कार दुर्घटना में भगवान को प्यारे हो गये। दुःखों का मानों उस पर पहाड़ ही टूट पड़ा। ऐसे में उसके चाचा-चाची ही सहारा बने, जिन्हों ने बदले में उसके पापा की सारी धन-सम्पत्ति अपने पास रख ली। वह उस समय आठवीं … Read more

ये कैसी नादानी – डॉ संगीता अग्रवाल : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : “अरे सुनती हो….” विजय ने तेज़ी से आवाज लगाई…शुभी टॉवल से हाथ पोंछती बाहर आई। “क्यों शोर मचा रखा है आपने जी!कौन सी आफत टूट पड़ी घर में…” मजाक करती वो कहने लगी। “सुनोगी तो उछल जाओगी….अगर नहीं मन तो न बताऊं,छेड़ा था उसने शुभी को….।” “अब कहो भी….सौ … Read more

एक राज की बात – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शिवानी की शादी बड़े धूम-धाम से उसी के ही गांव में हुई थी। शिवानी नौकरी करती थी,पर उसके पति राजेश अभी पढ़ाई कर रहे थे।दोनों अलग-अलग शहरों में रहते थे। सब कुछ बहुत ही बढ़िया चल रहा था। शिवानी की सास चाहती थी कि वो जल्दी से पोते को अपनी … Read more

उपेक्षा – के कामेश्वरी : Short Stories in Hindi

Short Stories in Hindi : रोशनी के पति की मृत्यु हो गई थी । उसका एक बेटा था जो बारहवीं कक्षा में पढ़ रहा था । उसने खुद ने तो कोई पढ़ाई नहीं की थी इसलिए अपने बेटे को वह पढ़ाना चाह रही थी । उनकी एक छोटी सी दुकान थी । यहाँ तक सब … Read more

उपेक्षा – पूजा गीत : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मैं जिस घर में किरायेदार थी उसके सामने वाला घर मुझे बहुत प्रिय था, कारण था उनका बगीचा और साथ में लगा झूला. बचपन से कुछ ऐसे ही घर की सोच मेरी भी थी, हरियाली और झूला. जहाँ बैठ कर चाय पीयूं और कुछ लिखा करूँ. एक और बात उस … Read more

अपेक्षा और उपेक्षा – पूनम अरोड़ा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कल आलोक जी का रिटायरमेन्ट है।आलोक जी और उनकी पत्नी  दोनों  ही बहुत उत्साहित  और प्रफुल्लित हैं । आलोक जी तो इसलिए कि उन्हें  कल से इस आपाधापी ,भागदौड़  की मशीनी  जिन्दगी  से मुक्ति  मिलेगी ,जीवन की इस सांध्य बेला में  कुछ पल सुकून से, अपने अनुसार, अपनी खुशी के … Read more

खुद पर बीती तब जाना उपेक्षित होने का दर्द.!! : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आरती और मधुर भाई बहन कम दोस्त जैसे ज्यादा रहते थे ऐसी शायद ही कोई बात हो जो दोनो एक दुसरे को बताते नही हो आरती मधुर से तीन साल बड़ी भी थी तो मधुर को कोई सलाह भी चाहिए हो तो मां से न बोलकर  आरती से ही लेता … Read more

ममत्व – बालेश्वर गुप्ता : Short Moral Stories in Hindi

  माधवी,मुझे लग रहा है आज माँ की तबियत ठीक नही है, वो अभी भी सो रही है।मेरी ऑफिस में बहुत ही जरूरी मीटिंग है।तुम मां को डॉक्टर को दिखा लाना।     नही नही, रमेश आज मेरी किटी पार्टी है,मुझे उसमे जाना है।मैं डॉक्टर के पास नही जा सकती।     माधवी माँ से ऊपर क्या किटी पार्टी हो … Read more

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