चांद पर दाग – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi
अपनी बेटी साक्षी को विवाह के उपरांत विदा करके रवि अंदर आकर रोने लगा। उसकी मां जानकी ने कुर्सी पर बैठते हुए रवि को अपने पास बिठाया और समझाने लगीं -” पगले, आजकल तो लड़कियां भी विदाई के समय रोती नहीं है और तू और तेरी साक्षी कितना रो रहे थे और तू तो अभी … Read more