“समझदारी” – मीनाक्षी राय

पाखी बहुत  गुस्से में अपनी मां से बात कर रही थी, और रोये जा रही थी। आज उसे नभ की बातें बहुत चुभ रही थी । उसकी मम्मी  उसको समझा समझा कर थक गई थी,  पर पाखी चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी ।चुकी पाखी के मम्मी पापा एक ही शहर में रहते थे । इसलिए उसकी मम्मी ने उसके पापा को उसके घर भेजा था । ताकि बेटी को समझा सके ।

पापा जब घर जाते हैं तो पाखी चुपचाप उदास बैठी थी । पास में ही उसकी बेटी पीहू खेल रही थी ।पापा को देखती ही पाखी रोने लगती है, पर पापा उस को समझाते हैं और कहते हैं कि वह शांति से रहे,लेकिन वह पापा से कहती कि पापा अब वो नभ के साथ नहीं रह सकती ।फिर पापा वापस घर चले जाते हैं, और पाखी की मम्मी को बताते हैं कि पाखी बहुत उदास है और वह  नभ के साथ नहीं रहना चाहती । पाखी की मम्मी बहुत उदास हो जाती है ।

चार साल पहले जब  पाखी नभ से शादी करने के लिए पापा से कही थी  तब पापा ने मना किया था,  कि हमारा और उनका रहन सहन अलग है ।  नभ एक पारिवारीक एक लड़का है। हो सके तो उसके आगे चलकर  तुम्हे नभ की बाते अच्छी न लगे । पर नभ के प्यार में इस कदर पाखी डुब चुकि थी कि उसको नभ से ही शादी करनी थी ।

पाखी अपने मम्मी पापा की  इकलौती बेटी थी, जबकि नभ अपने मम्मी पापा तथा भाई बहन भाभी और उनके बच्चे सब साथ मे रहते थे ।

पाखी की मम्मी ने पाखी को फोन किया तो पाखी बात ही करने लगी और मम्मी से कहती है कि, मम्मी मैं अब नभ के लिए जरूरी नहीं हूं, पहले उसके मम्मी पापा और घर वाले आते हैं । वह हर बार मेरी बात को काटता है ।उसे मेरी कोई भी बात अच्छी नहीं लगती ।और घर वालों की हर बात को प्राथमिकता देता है । हमेशा मुझसे कहता है पाखी तुम और तुम्हारा बच्चा इस घर में सबसे बाद में आए हो पहले मेरे घर वाले हैं ।पाखी को यही बात बहुत बुरी लगती थी । वह अपनी मम्मी से कहती है चलो मान लिया मै तो दुसरे की बेटी हूं, पर पिहु, पीहु तो नभ की अपनी बेटी है ना ।

तब पाखी की मम्मी पाखी को समझाती है कि, बेटा तुम्हें तो नभ पर प्राउड फील करना चाहिए । तुम्हें पता है ना नभ सभी रिश्तो को बड़े ईमानदारी से निभाता है । चाहे मां-बाप का हो या भाई बहन का । और तुमसे और पीहू से भी तो कितना प्यार करता है हमेशा भागे भागे रहता है तुम्हारे पीछे । बेटा उसके प्यार पर शक मत करना ।जो बेटा अपने मां-बाप की इज्जत नहीं करता, अपने भाई बहन को मान नहीं देता, वह तुम्हारे रिश्ते को ईमानदारी से कैसे निभा सकता बताओ? ? बेटा नभ पति पत्नी के रिश्ते को बडी ईमानदारी से निभाता है । आज के इस चकाचौंध भरी दुनिया में एक बडे पद पर कार्य करते हुए वो सबकी इजज्त और मान सम्मान करता है । तो तुम्हें उस पर तो गर्व होना चाहिए ।

नहीं तो देखो आज 10 घरों में 5 से 6 घरों के बुजुर्ग मां-बाप अपनी औलाद का प्यार पाने के लिए तरसते हैं ।बेटा उठो नभ ही तुम्हारी दुनिया है ।

तब पाखी बड़े गर्व से उठती है और रसोई  में जाकर नभ के लिए उसकी पसंद का खाना बनाती है ।

इस प्रकार पाखी की मम्मी की समझदारी से पाखी का घर टूटने से बच गया ।

V M

 

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