बहू ..तुमने समझने मैं गलती कर दी!!!

नव्या को ससुराल आए हुए एक साल हो गया था घर की जिम्मेदारी भी  अधिकतर उसने सम्हाल ली थी लेकिन आज भी सासू मां से ही पूछ कर खाना बनता ,महीने का राशन हो या कभी ज्यादा लोगों को खाना बनना हो तो सासू मां खुद रसोई सम्हालती नव्या को ये बात बिल्कुल पसंद नहीं … Read more

नौटंकी वाली- पिंकी नारंग

अगर उसका बस चलता तो वो कभी इस बेदिल शहर मे वापिस नहीं आती |कहने को तो बनारस उसका अपना था, पर ये अपनापन तो बरसो पहले किसी ने उससे छीन लिया था |तभी तो वो इस शहर को पराया करके, अपनी यादो तक को यहाँ छोड़ कर दिल्ली बस गयी थी | पर जब … Read more

टूटे सपने – कमलेश राणा

साहिल और पराग दोनों बचपन से ही साथ पढ़े थे दोनों की दोस्ती इतनी पक्की थी कि लोग मिसाल देते। मज़ाल है कोई उनके बारे में एक शब्द तो कह जाये दूसरे के सामने तुरंत मरने- मारने पर उतारू हो जाते पर उनकी दोस्ती निभना भी आश्चर्य की ही बात थी क्योंकि दोनों का स्वभाव … Read more

घमंड हुआ चकनाचूर – स्नेह ज्योति : moral stories in hindi

आज कल्पना अपनी स्कूल की दोस्त बानी से बारह वर्ष उपरांत मिल रही थी । उसका इंतज़ार करते करते कल्पना को अपने पुराने दिन याद आ गए । कैसे हम स्कूल में शैतानियां किया करते थे और बानी उसे आकर हर बार मुसीबत से बचा लिया करती थी । कभी वो बहुत अच्छे दोस्त हुआ … Read more

अभिमान जरूरी या अपनों का प्यार ..!! – अंजना ठाकुर 

पापा ये आपके लिए स्मार्ट मोबाइल लाया हूं इसमें आप बहुत कुछ देख सकते हो नीरज अपने पापा बिपिन को मोबाइल देते हुए खुश था उसे लगा पापा खुश हो जायेंगे अपनी पहली कमाई से पापा के लिए मोबाइल लाया था विपिन जी खुश होने की बजाय गुस्सा होते हुए बोले मुझे छोटा महसूस कराना … Read more

नहले पर दहला – अनुराधा श्रीवास्तव ” अंतरा “

देवकी एक ग्रामीण साधारण महिला थी जिसके दो बेटे थे । पति बहुत पहले ही गुजर चुके थे। उसके दोनों ही पुत्र शहर में रहकर अच्छी नौकरी करते थे। भरा पूरा परिवार था, अच्छी खासी गृहस्ती बसा ली थी दोनों ने लेकिन बस एक कमी थी देवकी के दोनों बेटों में छत्तीस का आंकड़ा था।  … Read more

घमंड – वीणा सिंह : Short Moral Stories in Hindi

सेठ जी के यहां कन्या ने जन्म लिया है, मां लक्ष्मी भंडार के स्टाफ और आस पड़ोस के दुकानदारों में ये खुशखबरी फैल गई.. शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति सेठ मोहन दास अग्रवाल के घर कन्या रत्न ने जन्म लिया था.. पिता ने गोद में लेते हीं लक्ष्मी नाम का उच्चारण उनके मुंह से अचानक हीं … Read more

“रूप की रोए -कर्म की खाए” – हेमलता गुप्ता

 काफी तपस्या के फल के रूप में जब प्रशांत जी के यहां जुड़वा कन्याओं ने जन्म लिया तो पूरे घर में खुशी की लहर छा गई! उनका परिवार शुरू से ही लड़कियों को लक्ष्मी के रूप में मानता आ रहा था! दो बेटियां पैदा होने के उपरांत भी प्रशांत जी और सभी घरवाले बेहद खुश … Read more

आशीर्वाद का बंटवारा : Short Story In Hindi

पूरे अठारह साल बाद एम के उर्फ महेशवा गांव जा रहा है.. रानू को गांव जाने के लिए तैयार करने के लिए कितना आरजू मिन्नत करना पड़ा.. बाबूजी की तीसरी पुण्यतिथि है… छोटा भाई रमेश ने पूजा रखी है..                    कल का फ्लाइट है.. बच्चों ने साफ इंकार कर दिया है गांव जाने से.. पंद्रह साल … Read more

अंतिम समय : short motivational Stories in hindi

पीयूष बेटा तेरे पिता तुझे बहुत याद कर रहे हैं अंतिम समय में तुझे देखना चाहते हैं एक बार आ जा बेटा….दमयंती जी करुणा विगलित स्वर में अपने इकलौते चिराग पियूष से प्रार्थना कर रहीं थीं। मां कोशिश कर रहा हूं कंपनी में छुट्टी पहले से लेनी पड़ती है ऐसे अचानक नही ले सकता इतनी … Read more

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