मर्यादा – पूनम सारस्वत : Moral Stories in Hindi
मैं चुपचाप कमरे की छत को एकटक देखे जा रही थी और कुछ कर भी तो नहीं सकती । याद आ रहे थे वो पल जब मैंने भावुक होकर रिश्ते निभाए और बदले में पाया विश्वासघात, सिर्फ विश्वासघात। क्या कोई अपना इतना निर्मम हो सकता है?? पर ये कैसा प्रश्न ?? इतनी निर्ममता के कारण … Read more