माँ अगर मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

कमल कहा हो बेटा? देखो जरा सलोनी, क्या कर रही है?माँ क्या हुआ? बताओ मैं कर देता हूँ, नहीं, नही ,सलोनी को ही बुलाओ, मेरे सर में  बहुत दर्द हो रहा है , अदरक वाली एक चाय बना के दे, दे हमको बस । माँ कामवाली आ गयी है , वो बर्तन धो ले फिर … Read more

माँ मेरी पत्नी के जगह आपकी बेटी होती तो …. – सिम्मी नाथ : Moral Stories in Hindi

हर्षित अपनी माँ  की ओर देखता हुआ  आहत स्वर में बोला । सबिता जी उसकी बातें सुनकर दहाड़ उठीं , तुम्हें अपनी पत्नी और अपनी ससुराल के अतिरिक्त कुछ नहीं दिखता। रिद्धि सारी बातें सुन रही थी  , उसने अपने आंसुओं पर काबू रखते हुए कहा कोई बात नहीं मम्मी जी मैं छोटे की शादी … Read more

दूसरी रसोई – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

माँ, अगर मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो क्या आपका तब भी  इतनी सी बात पर यही फ़ैसला होता कि एक घर में दो रसोई बना दी जाएँ ?  मुझसे बहस करने की ज़रूरत नहीं है । मैं तो बेटी मानकर इसे घर में लेकर आई थी और बेटी मानकर ही समझाती हूँ … Read more

बेटी- बहू में कोई फ़र्क नहीं –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

 ” डाॅक्टर साहब…अब मेरी बहू कैसी है? डिलीवरी में कितना समय है…।” जानकी जी घबराते हुए पूछने लगीं तो डाॅक्टर साहिबा बोलीं,” बहन जी..मैंने तो आपको पहले ही बताया था कि केस काॅम्प्लीकेकेटड है..।हम माँ और बच्चे, दोनों को बचाने की कोशिश करेंगे..फिर भी अगर एक को ही बचाना पड़े तो..।आप बता दीजिये कि आप … Read more

अगर आपकी बेटी होती तो? – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

——————–         आज मानसी की जगह सीढ़ियों से उतरकर पवन को रसोई की ओर आते देख भावना जी बर्तनों को और जोर-जोर से फेंकने लगी। इससे पहले कि पवन कुछ बोलता भावना जी चिल्ला कर बोली महारानी अभी सो ही रही है। सुबह उठकर सारे घर का काम करना मेरी ही जिम्मेदारी है। उसे पता नहीं … Read more

दुख पहले सुख बाद में – ऋतु दादू : Moral Stories in Hindi

निशी  सुबह सुबह घर व्यवस्थित करने में लगी थी कि फोन पर सूचना मिली कि उसके चाचाजी नहीं रहे, वह जल्दी से बाहर आई तो देखा उसके सास,ससुर, चाची सास, चचिया ससुर और उसके पति सब एक साथ बैठकर उसके चचेरे देवर के विवाह के बारे में विचार विमर्श कर रहे थे, जिसका  मुहूर्त अगले … Read more

मां मेरी पत्नी की जगह अगर आपकी बेटी होती तो – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

अन्वी जल्दी मेरा टिफिन लगाओ बैंक जाने में देर हो रही है मुझे भी टाइम से पहुंचना है मैं बैंक में मैनेजर हूं तो मेरी जिम्मेदारी है—–! अरे लगाती हूं, लेकिन खाना तो पूरा बना लेने दो, खाना तो ठीक है लेकिन कुछ खा तो लो, रोज भूखी अपने ऑफिस जाती हो! मां—– आप जरा … Read more

“मा, मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो…” – अभिषेक शर्मा : Moral Stories in Hindi

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यह कहानी एक छोटे से गांव की है, जहां एक किसान का परिवार सुख-शांति से रहता था। किसान का नाम रमेश था, और उसकी पत्नी का नाम सुनीता था। दोनों की शादी को दस साल हो चुके थे, और उनके एक प्यारी सी बेटी भी थी, जिसका नाम रिया था। परिवार के सदस्य हमेशा एक-दूसरे … Read more

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