दर्द की दास्तान ( भाग-10 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति जाते-जाते अंगद को चेतावनी देता है और कहता है… सुरैया से शादी उसकी सबसे बड़ी भूल साबित होगी.. अब आगे.. अगले दिन अंगद जब स्कूल जाता है, वह यह देखकर हैरान हो जाता है कि, कक्षा में एक भी बच्चा नहीं आया… वह समझने … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-9 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद सुरैया से बात कर रहा था कि, तभी उसके दरवाजे पर दस्तक पाकर वह दरवाजा खोलता है… जहां विभूति गुस्से में खड़ा होता है… अब आगे… अंगद:   अरे विभूति..! आओ अंदर आओ.. विभूति:   तो मास्टर जी..! इसलिए सुरैया की इतनी पूछताछ कर … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-8 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के सुरैया को उसकी दादी के पास छोड़ने गया अंगद… दादी से कुछ सवाल पूछता है, पर वह दादी की बात सुनकर, उन लोगों की मजबूरी जान जाता है…. और दादी उसे आगे और भी बहुत कुछ बताने वाली होती है… अब आगे… अंगद:   दादी..! … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-7 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के अंगद को जबरदस्ती आनंद उसके जीजा जी के पास ले जाता है और अंगद की उसके जीजा के साथ बहस चल रही थी… अब आगे…  अंगद इन लोगों से बात करना नहीं चाह रहा था… इसलिए वह वहां से जाने लगा कि, तभी  आनंद के … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-6 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति अंगद को सुरैया की कहानी बता रहा होता है, कि तभी अंगद को विभूति से आनंद के आने का पता चलता है.. अब आगे… अगली सुबह स्कूल जाने से पहले अंगद विभूति की दुकान पर आता है… विभूति:   मास्टर जी..! आज आने वाले … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-5 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पहले भाग के अंत में आपने पढ़ा, के विभूति, अंगद को सुरैया की कहानी बताते बताते, माखनलाल को याद कर रहा होता है…. अब आगे… विभूति:  जानते हैं मास्टर जी..! माखनलाल ने सुरैया का स्कूल जाना तो छुड़वा दिया, पर इस मकसद से नहीं कि वह अपनी बेटी को ब्याहना चाहता था… बल्कि … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-4 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, विभूति किसी परिस्थिति के बारे में अंगद को बताने को कहकर उसे फिलहाल जाने को कहता है… अब आगे… उस दिन तो विभूति अंगद को पूरी कहानी बता नहीं पाता और इधर थोड़ी कहानी जानकारी पूरी दास्तान जानने को बेकरार था अंगद…. इसलिए अगले दिन … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-3 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में अपने पढ़ा, के अंगद अपने अंदर चल रही बात विभूति के जुबान से सुनकर, हैरान था.. अब आगे… अंगद:   तुम्हें कैसे पता मैं यही सोच रहा था..? विभूति:   भोला ने बताया… अंगद:   भोला..? विभूति:  हां… हमरे भाई का बेटा जो आपकी कक्षा में था…. पर … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-2 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

कहानी के पिछले भाग के अंत में आपने पढ़ा के, अंगद स्कूल खुलने से पहले ही विभूति की दुकान पर पहुंच जाता है…. उसी लड़की के बारे में सब कुछ जानने… अब आगे..  विभूति: अरे मास्टर जी..! बैठिए.. बैठिए… चाय के साथ बिस्कुट भी दे दूं ना..?  अंगद: हां… दे दो… वैसे कितनी सुबह दुकान … Read more

दर्द की दास्तान ( भाग-1 ) – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

एक लड़की जिस को कुछ बच्चे पागल कहकर चिढ़ा रहे थे और पत्थर भी मार रहे थे… तभी एक आदमी दौड़ कर आता है… उन बच्चों को डांट कर भगाता है… फिर वह पगली भी रोते-रोते वहां से चली जाती है… उसके बाद, वह आदमी वही एक चाय की टपरी पर बैठ जाता है… आदमी … Read more

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