दिखावे कि ज़िंदगी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

# दिखावे की जिंदगी # रमेश और सुरेश दोनों बचपन के दोस्त थे , जो एक ही गाँव में पले-बड़े थे । दोनों के सपने बहुत बड़े थे, लेकिन रास्ते बिल्कुल अलग थे । रमेश हमेशा से ही मेहनत और ईमानदारी में विश्वास रखता था । उसकी एक छोटी सी दुकान थी जिसे उसने धीरे-धीरे … Read more

स्नेह का बंधन – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

“ अरी ओ मनहूस कहाँ मर गई , बहरी हो गई क्या, इतना सारा काम पड़ा है ये काम तेरा बाप आकर करेगा । शुभी अपने कमरे में सब सुन रही थी अपनी सास के ताने, ये सब उसके लिए कोई नई बात नहीं थी वह आंसू बहाकर रह जाती थी यह सोचकर की कभी … Read more

ननद जी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

# ननद # गाँव में रहने वाली रमा अपने सीधे – साधे स्वभाव और मीठे व्यवहार के लिए जानी जाती थी । गाँव वाले उसे बहुत पसंद करते थे । उसकी शादी रमेश से हुई थी , जो कि एक संयुक्त परिवार में रहता था । परिवार में सास- ससुर , देवर और उसकी एक … Read more

टूटते रिश्ते जुड़ने लगे – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

गाँव के छोर पर दो परिवार रहते थे ,चौधरी साहब और पंडित जी का ।दोनों परिवार पीढ़ियों से पड़ोसी थे,लेकिन पिछले कुछ समय से उनके बीच एक अजीब सी खटास आ गई थी । कारण था,कारण था चौधरी साहब के बेटे जय और पंडित जी की बेटी राधा का प्रेम । जय और राधा बचपन … Read more

तकदीर – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

“ झुमकी “ अरे ओ झुमकी कब से आवाज दे रही हूँ तुझे ,किन खयालों में खोई रहती है री तू ,तेरी दादी तुझे कब से ढूँढ़ रही है और तू हे कि यहाँ खेत पर आकर बैठी है । हाँ काकी आती हूँ ….आने का बोल तो दिया लेकिन फिर से वह उदास हो … Read more

अपनेपन की महक…. – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

बारिश का मौसम था मंद – मंद बारिश हो रही थी । रवि बालकनी में खड़ा था , बारिश की हल्की हल्की बूंदों से उसका जिस्म भीग रहा था और यादें भी , गाँव की मिट्टी की सोंधी सी ख़ुशबू बारिश की पहली बूंदों के साथ हवा में बह रही थी । उस ख़ुशबू में … Read more

माँ का मोह – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

अब हमारे बीच कुछ भी नहीं बचा…अंदर ही अंदर खोखला हो गया है हमारा ये रिश्ता….और कितना निभाऊँ मेंयह रिश्ता तुम ही बताओ रिया….. अब हमारे बीच नार्मल पति – पत्नी जैसा कुछ रहा ही नहीं ,अपनी पत्नि रिया से यह बात कहते कहते नीरज की आँखें आंसुओं से भीग गई…. और दूसरी तरफ रिया … Read more

पछतावे के आँसू.. – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रामू की आँखों से नींद कोसों दूर थी ,मन ही मन बहुत पछता रहा था कि काश उसने अपनी माँ की बात मानी होती यह सोच-सोच कर रोज ही रोता रहता । औरपुरानी बातें याद करने लगता ।एक छोटे से गाँव में रामू नाम का लड़का रहता था ।वह एक गरीब क़िसान का बेटा था … Read more

भाभी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रश्मि एक शांत स्वभाव की महिला थी, जो घर की जिम्मेदारियां संभालने में व्यस्त रहती थी ! उसका पति राजीव एक समझदार और मेहनती इंसान था l उसका देवर महत्वकांक्षी युवक था, जो अपने करियर को बहुत आगे बढ़ाना चाहता था l शुरुआत में सब कुछ ठीक चलता रहा, उनके बीच सामान्य सोहाद्र था l … Read more

भाभी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रश्मि एक शांत स्वभाव की महिला थी, जो घर की जिम्मेदारियां संभालने में व्यस्त रहती थी ! उसका पति राजीव एक समझदार और मेहनती इंसान था l उसका देवर महत्वकांक्षी युवक था, जो अपने करियर को बहुत आगे बढ़ाना चाहता था l शुरुआत में सब कुछ ठीक चलता रहा, उनके बीच सामान्य सोहाद्र था l … Read more

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