पैसे का गुरुर – डाॅ संजु झा  : Moral Stories in Hindi

रीना को दफ्तर में   खाली बैठे -बैठे  काफी समय हो चुका था।काम तो कब का खत्म हो चुका था, परन्तु घर जाने की इच्छा नहीं होती।घर का भांय-भांय करता सन्नाटा और खालीपन उसे डराता।काफी समय हो जाने पर उसका ड्राइवर आकर कहता है “मैम!अब घर चलें?” रीना हाॅं कहकर थके हुए कदमों से गाड़ी … Read more

विष उगलना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

महाभारत युद्ध में मद्र-नरेश शल्य पांडव पुत्र नकुल और सहदेव के मामा थे। महाभारत युद्ध अवश्यंभावी होने पर राजा शल्य भी पांडवों की ओर से युद्ध में शामिल होने के लिए कुरुक्षेत्र की ओर चल पड़े। यात्रा  के दौरान जब वे हस्तिनापुर  पहुॅंचे,तो उन्होंने वहाॅं बहुत बड़ा विश्राम स्थल देखा ।उस विश्राम स्थल में अपना … Read more

अनकहा दर्द – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

 बारह वर्षीय मासूम अंश के चेहरे पर अचानक से अनकहे दर्द की बदली छा गई। माता-पिता की  आकस्मिक मौत ने अंश की मासूमियत छीन ली।अंश  के पिता की नौकरी मुंबई में थी और मॉं  की नौकरी  जयपुर में थी। दोनों अपने तबादले के लिए  प्रयासरत  थे,इस कारण अंश  दिल्ली के स्कूल  के हॉस्टल में रहकर … Read more

बट्टा लगना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

कुछ बच्चे माता-पिता की प्रतिष्ठा  धूमिल  कर  उनकी इज्ज़त  पर बट्टा लगा देते हैं, जिससे समाज में उनका सिर शर्म से झुक जाता है। शशि भूषण सिंह ने सपने  में भी  कभी नहीं सोचा था कि अपने बेटे निखिल की करतूतों  के कारण उन्हें समाज में शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है। शशि भूषण सिंह के … Read more

ढ़लती साॅंझ – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

कमला जी की जिंदगी ढ़लती साॅंझ  बन गई है,जहाॅं से रात ही शुरू होनेवाली है।अपने बड़े से घर में एकाकी जीवन जीते हुए उनके मन में तरह-तरह के ख्याल आते रहते हैं। व्यक्ति की जिंदगी में बालपन सुबह की प्यारी धूप की तरह होती है,जहाॅं सब कुछ सुनहरी आभा से लिपटा हुआ महसूस होता है। … Read more

आग में घी डालना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

दोपहर में अचानक से फोन की घंटी बजने से सुधा की नींद टूट जाती है।उधर से फोन पर उसका पति कमल कहता है -“सुधा! तैयार रहना। मैं जल्द आ जाऊॅंगा। पुस्तक मेला देखने प्रगति मैदान चलेंगे।”  “अच्छा” खुश होकर सुधा कहती हैं। सुधा मन-ही-मन सोचती है कि    अब फिर से  कमल मेरी भावनाओं की … Read more

घर की इज्जत – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

एक दिन जिस बेटी निशा के कारण घर की इज्जत नीलाम हो चुकी थी,पूरे समाज में थू-थू हो रही थी, आज उसी बेटी को बेस्ट उद्यमी महिला का पुरस्कार लेते देखकर  उसके परिवार का का सीना गर्व से चौड़ा हो उठा। निशा आफिस से आकर कमरे में टेबल पर पड़ी हुई चिट्ठी देखकर पूछा बैठती … Read more

एक हाथ से ताली नहीं बजती! – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

आज की घटना देखकर मुझे समझ में आ गया कि सचमुच एक हाथ से ताली नहीं बजती है!शरद की सुबह ठंड से मानो सबकुछ जमा हुआ प्रतीत होता है,उस पर से सूर्य देव का रुठना तो मानो रुधिर ही जमाने लगता है। जिस सूरज की तपन गर्मी में तन-बदन को झुलसा देती है,उसी सूर्य को … Read more

बड़ा दिल – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

महाभारत प्राचीन भारत का सबसे बड़ा महाकाव्य है। इसके रचयिता व्यास मुनि हैं। हमारे ऐतिहासिक और पौराणिक काल के बहुत सारे ऐसे योद्धा हुए हैं, जिन्होंने बड़ा दिल रखते हुए अपने त्याग और समर्पण से अपनी वीरता की कहानी को स्वर्णाक्षरों में लिखा।उन योद्धाओं में पाण्डु पुत्र  महान गदाधारी भीम और  हिडिंबा के प्रपौत्र वीर … Read more

फूटी आंखों न भाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

ज़िन्दगी में कभी-कभी ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जातीं हैं कि जो हमें फूटी आंखों नहीं भाता है,वहीं विपत्ति की घड़ी में मजबूत संबल बनकर खड़ा हो जाता है।रीना को अपनी ननद ऊषा फूटी आंखों न भाती थी।जब रीना शादी कर ससुराल आई,उस समय ऊषा मात्र पन्द्रह वर्ष की थी।कौतूहलवश ऊषा अपनी भाभी से बहुत सारी … Read more

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