चक्रव्यूह – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi
पार्क में बैठे वीरेन जी को एहसास भी नहीं था कि अंधेरा घिर आया है, पंक्षी भी अब अपने घौसलों की ओर लौटने लगे हैं, उन्हें भी अब घर लौटना चाहिए। लेकिन अब उनका मन घर लौटने को नही करता, जब से उनसे उनकी जन्म भूमि अपना कस्बा सुल्तानपुर छूटा है, वे निस्तेज से हो … Read more