‘तिरस्कार ‘ – ​राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

​नेहा सजी सँवरी अपनी भाभी के कमरे में बैठी हुई थी आज पापाजी ने सख्ती से कह दिया था कि नेहा आज ऐसे रंग की साड़ी पहने जिसमें उसका रंग निखरा सा लगे क्योंकि पिछली बार जब लड़के वाले आए थे तब उसको सलवार सूट में ही दिखा दिया था जिसमें लड़के ने साफ मना … Read more

उड़ान – राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

“तुमको पता है जिंदगी के लिए उड़ान और आजादी कितनी जरूरी है! ” सलय ने शीना के हाथ को अपने हाथों में लेते हुए कहा तो शीना ने गहरी सांस लेते हुए हाँ कहा और नदी में उठती लहरों पर पास में ही पड़ा एक कंकड़ देकर मार दिया। लहर ऐसे ही उठती आगे बढ़ती … Read more

मेरी बहू तो सब कुछ संभाल लेती है – राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

दीक्षा की शादी को अभी कुछ ही महीने हुए थे। नई-नई बहू के लिए ससुराल का माहौल वैसे तो ठीक-ठाक था, पर सासू मां का स्वभाव दीक्षा को हर समय तनाव में रखता था। वे हर छोटी-बड़ी बात पर टोका करतीं, कभी चाय बनाने में देर हो जाने पर, तो कभी साड़ी का पल्लू ठीक … Read more

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