रिश्ता – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

आनंद, शाम को तैयार रहना, तेरे लिये लड़की देखने जाना है, बिना जवाब सुने पापा बाहर निकल गए। ये आवाज अक्सर कानो मे पड़ती। फिर हम लड़की देखने जाते, मॉ को अगर लड़की पसंद आती तो बाबूजी मना कर देते, अगर दोनों को पसंद आती तो मैं मना कर देता। ये सिलसिला लगभग साल भर … Read more

किसान – एम.पी. सिंह : Moral Stories in Hindi

परिवार के साथ कार से मनाली घूमने गया था। बच्चा छोटा था इसलिए बार बार रुकना पढ रहा था। एक जगह रुक कर बच्चे के लिये दूध बनाने के किये गरम पानी लिया और चाय पी। होटल वाले ने 50 रु लिये, 20-20 रु चाय के ओर 10 रु गरम पानी के।  तब मुझे अपने … Read more

बलि – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

राजस्थान के कोटपूतली का किरतपुरा शेत्र आज सुर्खियों में हैं। वज़ह, 3 साल की एक मासूम बोरवेल में गिर गई ओर 150 फिट गहराई में फस गई। बोरवेल में गिरने वाले सब बच्चे प्रिन्स जैसे किस्मत वाले नही होते जो अपने माँ बाप से दुबारा मिल सके। प्रिंस के बोरवेल में गिरने के बाद अबतक … Read more

धरना – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

गिरिराज, सरपंच का बेटा, बचपन से ही पढ़ाई लिखाई से दूर भागता था, जैसे तैसे कक्षा 7 तक पहुंच कर पढ़ाई छोड़ दी। उसे प्यार था तो बस लड़ाई झगड़े ओर मार पीट से। समय के साथ साथ उसकी दादागिरि बढ़ती गई। एक बार चुनाव के दौरान अपने नेेताजी गांव में आये तो सरपंच ने … Read more

कन्यादान – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

जब ललिता जी के पति का निधन हुआ तो उनके बेटे अनिल ओर अजय क्रमशः 12वी ओर 10वी क्लास में थे ओर बेटी कोमल कक्षा 6 में। अजय ने पिताजी की दुकान ओर परिवार को संभाला और अपने बड़े भाई ओर छोटी बहन की पढ़ाई जारी रखी। कॉलेज में अनिल की दोस्ती राखी से हुई … Read more

मेरी बहन – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

रचना और खुश्बू बहनें थीं, लेकिन दोनों की जिंदगी की राहें बहुत अलग थीं। रचना, जो घर में सबसे बड़ी थी, एक बेहतरीन कुक थी। उसके हाथों का बना हुआ खाना लोगों को खास बना देता था। वहीं, खुश्बू को खाना बनाना बहुत कठिन लगता था। वह कभी भी रसोई में ज्यादा समय नहीं बिताती … Read more

दुरूपयोग या खिलवाड़ ? – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

महानगर के कॉलेजों में पढ़ाई के साथ साथ ओर बहुत सी एक्टिविटीज़ होती हैं, जो पैसे वालो की हैसियत के हिसाब से अलग अलग होती है। कुछ को कारो में लड़कियों को घुमाना, कुछ को लड़कियों संग राते बिताना,  कुछ को दोस्तों संग बार / पब में मौज मस्ती करना, ड्रग्स लेना वगैरह वगैरह। अधिकतर … Read more

अपमान – एम. पी. सिंह : Moral Stories in Hindi

हमारे पड़ोस में शर्मा परिवार रहता था। मि आनंद, उनकी पत्नी शीला, बेटा राहुल और बेटी पायल। आनंद इंजीनियर था और शीला टीचर। दोनों सर्विस करते थे ओर काफी अच्छा कमा लेते थे। राहुल जब 4 साल का था तब शर्मा जी की  पहली पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। उसके 2 साल बाद उन्होंने … Read more

क्या बाँझ ? – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

राधा एक सीधी सादी, माँ बाप की एकलौती  संतान थी। बहुत होनहार औऱ खुद्दार थी। उसकी कालोनी का एक लड़का आकाश भी उसकी क्लास मैं था। दोनो बचपन से ही साथ साथ पड़ते हुए कॉलिज तक पहुचे थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और दोनो में अच्छी अंडर स्टैंडिंग थी। आकाश उसे दिल ही दिल चाहता … Read more

संयुक्त परिवार – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

गाँव में हमारा परिवार रहता था। परिवार में मैं, मेरे माता पिता, ताऊ जी ताई जी, उनका बेटा रोहन और दादा जी। मैं पढ़ाई में बहुत तेज था और रोहन औसत था। रोहन मुझसे 1 क्लास आगे था पर मैं उसका भी होमवर्क करता था। हम दोनो भाई से ज्यादा दोस्त थे। दादा जी के … Read more

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