ढलती सांझ – खुशी : Moral Stories in Hindi

दोस्तों जब हम जवानी में होते हैं तो हमें लगता है हम हमेशा ऐसे ही रहेंगे कभी हम बूढ़े ही नहीं होंगे हमें किसी की जरूरत नहीं होगी हमारा सब बहुत अच्छा होगा पर ऐसा नहीं है जब हमारे पास अपने होते हैं हम उनकी कदर नहीं करते और जब भाग दौड़ से निजात मिलता … Read more

जख्म – खुशी : Moral Stories in Hindi

आरती और विष्णु दोनो अनाथ आश्रम में पल कर बड़े हुए कोई रिश्तेदार ना था न ही उन्हें कोई गोद लेने आया। बचपन से एक साथ पले बढ़े तो विष्णु को जब नौकरी लगी तो उसे वह आश्रम छोड़ कर जाना पड़ा।आरती बहुत रोई बोली मुझे भी ले चलो।विष्णु बोला ६ महीने दो मैं तुम्हे … Read more

घर की इज्जत – खुशी : Moral Stories in Hindi

राधारमण जी शहर के जाने माने व्यापारी थे।जिनका भरा पूरा परिवार था।पत्नी रजनी,3 बेटे नरेश,महेश,  सुरेश और दो बेटियां मीरा और रिया खुशहाल परिवार था।तीनों बेटे पिता के व्यापार में सहयोग करते बेटियां पढ़ रही थी।राधारमण जी अब बच्चो के विवाह की जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहते थे। उन्होंने अपने मित्र श्याम प्रकाश की पुत्री … Read more

बड़ा दिल – खुशी : Moral Stories in Hindi

रोहन एक बहुत अच्छा खिलाड़ी था वो मैदान में उतर आए तो जीत निश्चित ही होती थी।क्रिकेट में उसका बहुत नाम था।उसने बहुत कम समय में तरक्की की सीढ़ियां चढ़ ली थीं। सभी बड़े खुश थे क्योंकि अगले सप्ताह भारतीय टीम का सिलेक्शन होने जा रहा था सबको यकीन था रोहन  का सिलेक्शन होगा।उसी टीम … Read more

अपमान बना वरदान – खुशी : Moral Stories in Hindi

मंदिरा बहुत अच्छा खाना बनाती थीं।जब भी किसी को भी जरूरत होती वो उसको बुलाता और वो उसकी सहायता करने पहुंच जाती।रिश्तेदारी में भी कोई फंक्शन होता शादी, पार्टी सब की मदद करने वो पहुंच जाती।सब मंदिरा की तारीफ करते इस बात से उसकी भाभी निधि बहुत चिढ़ती थी। मंदिरा की उमर शादी की हो … Read more

मोहताज – खुशी : Moral Stories in Hindi

नीला एक मेहनती महिला थी घर बाहर सब संभालती थीं।सुबह घर का सारा काम बच्चों को स्कूल भेजकर पति राजेश भी घर पर थे । फैक्ट्री में नौकरी करते हुए उसका एक हाथ चला गया था तो वो भी घर पर ही था।उसका सब काम दिन भर की तैयारी करके जाना । नौ बजे फैक्ट्री … Read more

एहसास के परे – खुशी : Moral Stories in Hindi

नेहा आज सुबह से ही परेशान थी।मालती के आते ही उसे काम बताया और बोली मालती वो पीछे वाले कमरे की अच्छे से सफाई करना और बिस्तर पर नई चादर बिछा देना अलमारी साफ करना अच्छे से मैं दिन मे फोन करूजी तो मुझे सब्जी,फल और घर में कुछ खत्म हो तो बताना ।फिर ऑफिस … Read more

पछतावे के आसू – खुशी : Moral Stories in Hindi

रती और निधि दोनों देवरानी जेठानी थी।रती एक बातूनी और मिलनसार औरत थीं जो किसी का भी काम करती थी और सबकी चहेती थी। सास ससुर सबके लबों पर सिर्फ रती रती ही रहता। निधि कम बोलती अपने काम से मतलब रखती।उसे बड़ा बुरा लगता सब रती रती करते तो उसके पति अनिल भी कहते … Read more

भाभी – खुशी : Moral Stories in Hindi

निशा एक मस्तमौला लड़की थी। अठारह की हुई तो मां बाप शादी की तैयारी में लग गए। धनंजय का रिश्ता आया जो बैंक में मुलाजिम था उसकी उम्र 27 साल थी घर में मां,भाई बहन थे।पिता की मौत हो जाने के कारण धनंजय पर सारी जिम्मेदारी आ गई।भाई बहन छोटे थे। मां बीमार रहती तो … Read more

अपमान – खुशी : Moral Stories in Hindi

राखी एक भले घर की लड़की थी मेहनत करती अपना घर संभालती। पिताजी एक मामूली क्लर्क थे।मां अक्सर बीमार रहती तो घर की भाई बहन की जिम्मेदारी उस पर  ही थी।बिचारी कभी किसी को किसी काम को मना नहीं करती।तो आस पास वाले भी अपने काम करवाते थे।समय गुजरा  मां गुजर गई। भाई बहन स्कूल … Read more

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