मैं वापस आ रहा हूं – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पापा …आप बार-बार अपनी शादी की सीडी चला चला कर क्यों देखते हैं और उसको देखने के बाद हमेशा इमोशनल हो जाते हैं, पापा आपको अपनी शादी की सीडी देखकर दादा दादी और बुआ की याद आती है ना, कई बार आपको अकेले में रोते हुए भी देखा है, पापा मैं इतनी बड़ी तो हो … Read more

समझदार बहू – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नीरज.. आज शाम को ऑफिस से आते समय गुलाब जामुन लेते हुए आना, तुम्हें पता ना इस समय मुझे कभी चटपटा कभी खट्टा कभी मीठा खाने का मन करता है तो आज मेरा मीठा खाने की बहुत ही इच्छा हो रही है और हां गुलाब जामुन छुपा कर लाना मां जी को इसकी भनक ना … Read more

सिर्फ.. काम.. काम.. काम.. – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बहू.. तुम्हारी जचकी हुए पूरे 10 दिन हो गए अब  आराम वाराम छोड़ो और कुछ काम धाम करो, ऐसे दिनभरी बैठी या सोती रहोगी  तो शरीर खराब हो जाएगा, इस समय घर के काम करने से शरीर सही रहता है नहीं तो बाद में तुम्हें ही भुगतना पड़ेगा! और वैसे भी तुम्हारा कोई ऑपरेशन से … Read more

बाबुल का आंगन – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

अरे अरे.. कहां छुप गया मेरा बच्चा.. देख बेटा.. पापा को ऑफिस के लिए देर हो रही है फटाफट बाहर आजा…! अरे पापा.. मैं तो फ्रिज के बगल में छुपी  हूं.. आप ढूंढो ना मुझे…! ओहो.. तो मेरी रानी बिटिया फ्रिज के बगल में छुपी हुई थी और मुझे दिख ही नहीं रही थी! पापा … Read more

गर्व – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

हम दोनों दिन रात यहां मजदूरी कर करके एक-एक पैसा जोड़ रहे हैं ताकि तू कुछ बन जाए, अपने पैरों पर खड़ा हो जाए पर एक तू है की सुनता ही नहीं जब देखो जब आवारा गर्दी या  खेल कूद में ही दिमाग लगा रहता है अब 12वीं कक्षा में आ गया है तो थोड़ा … Read more

परिवार के बिना कुछ नहीं – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चलो रिया.. फटाफट से तैयार हो जाओ शाम 6:00 बजे का शो है और मैं एक भी सीन मिस नहीं करना चाहता और हां खाना बनाने की झंझट में मत पडना हम खाना बाहर ही खाकर आ जाएंगे! वह सब तो ठीक है शुभम, एक बार मम्मी पापा से तो पूछ लो! अरे उनसे क्या … Read more

खुशियों पर सबका हक है – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

बहू … क्या यह अच्छा लगता है तुम्हारी बहन हर दूसरे दिन यहां आ जाती है और फिर तुम दोनों दोपहर की गई हुई रात को घर वापस आती हो, बेटा.. अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है अभी तुम्हें अपना सारा समय प्रतीक के साथ गुजारना चाहिए, तुम दोनों साथ-साथ घूमो फिरो, दोनों एक दूसरे … Read more

अपना घर अपना ही होता है – हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

मम्मी.. हम अपने घर कब चलेंगे..? अभी तो कल की शादी है और आप हमें तीन दिन पहले ही यहां ले आई ?क्या बात है बेटा.. क्या तुम्हारा शादी में मन नहीं लग रहा? देखो कितने सारे रिश्तेदार आए हुए हैं, ताऊ जी चाचा बुआ उनके बच्चे सब तुम्हारे बराबर है फिर भी अपने घर … Read more

खानदान की इज्जत – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पायल बेटा… तुम्हारे भाई की शादी है और तुम यह लोहा लंकड के गहने पहन कर आई हो, बेटा.. सभी के सामने हमारी और तुम्हारे ससुराल वालों की क्या इज्जत रह जाएगी? जहां तक मुझे याद है तेरी शादी में तेरे  ससुराल से भी काफी गहने चढ़ाए थे और हमने भी तुझे काफी सारे गहने … Read more

महल से छोटा घर कहीं ज्यादा अच्छा है -हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

दीदी एक बार चल कर तो देखिए.. आपको पता नहीं इस टूटे-फूटे दो कमरे के छोटे से मकान में क्या आनंद आता है और अब तो जीजा जी भी नहीं रहे बच्चे भी दोनों बाहर रहते हैं, मैं कहती हूं दीदी आप अपनी छोटी बहन के साथ चलकर तो देखिए आप अगर मेरा घर देखेंगे … Read more

error: Content is Copyright protected !!