पिता के सपने – जया शर्मा प्रियंवदा : Moral Stories in Hindi

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सूरज और किशोर बचपन से ही एक साथ ही खेलकूद कर बड़े हुए। दोनों के ही परिवार शुरू से ही एक दूसरे के सुख दुख में साथ रहते हुए, एक अच्छे पड़ोसी होने का धर्म निभाते रहे । सूरज और किशोर की उम्र बराबर होने के कारण ,दोनों दिनभर एक साथ खेलते रहते । सूरज … Read more

दिखावे की ज़िंदगी – अनिता मंदिलवार “सपना ” : Moral Stories in Hindi

एक बड़ा सा महल जैसा घर । रहन सहन उच्च कोटि का । घर में बीसों नौकर चाकर । बेटा, बेटी, बहू और दामाद । सब हैं । घर पर कुछ शोर सुनाई देता है ।      यहाँ क्या शोर हो रहा है भई ! मिस्टर शर्मा घर के अंदर दाखिल होते ही कहते हैं । … Read more

दिखावे की जिंदगी – दिव्या चाँदवानी : Moral Stories in Hindi

सीमा  मेरी बचपन की सहेली हमेशा से ही दिखावे में बहुत विश्वास करती थी l हर तीज त्योहार से लेकर छोटे-छोटे मौके पर नए कपड़े और नए सामान लेना उसकी आदत में शामिल था उसकी आदत से उसके माता-पिता भी परेशान रहते थे लेकिन फिर भी यह सोचते की धीरे-धीरे वक्त के साथ उसके व्यवहार … Read more

“ स्वार्थी रिश्ता” – प्रीति उपाध्याय “प्रीत” : Moral Stories in Hindi

ये कहानी सत्य घटना से प्रेरित है, कुहू अपने मम्मी पापा से बोहत प्यार करती थी। घर में उसके दादा जी और छोटा भाई किशु था,  बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी और सब बड़ों का बहुत ही आदर करती, उसकी मम्मी उसे खुद ही पढ़ती थी ताकि वह अच्छे नंबरों से पास हो … Read more

श्रीहरि आश्रय – सीमा गर्ग मंजरी : Moral Stories in Hindi

श्रीहरि आश्रय स्थल की आवश्यक मीटिंग समाप्त करने के बाद श्रीकांत जी ने समय देखा तो रात के बारह बज रहे थे। दिसम्बर माह के अंत में चलने वाली शीत हवाओं से पूरा मौसम बेहद सर्द था।‌ चिल्ले वाली सर्दी के भयंकर प्रकोप से बचने की उम्मीद में जन-मानस घर में दुबके पड़े थे। अतः … Read more

पहचान – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

परिवार , समाज और साहित्य  जगत में , अगर महिलाओं की पहचान उनके अपने व्यक्तित्व , उनकी कीर्ति और उनके रचनात्मकता की वजह से बनी है और वह सफलता के उच्चतम शिखर तक पहुंच गई हैं तो यह समाज के लिए भी गौरवान्वित होने की बात है । इस पुरुष प्रधान समाज में जब स्त्रियों … Read more

उड़ान – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

वर्दी का आकर्षण बचपन से ही मेरे मन को लुभाता रहा है । मैंने सिर्फ स्कूल ड्रेस के पसंद आने से दो क्लास जंप करके तीसरे कक्षा से छठे कक्षा में प्रवेश लिया था ।  दूसरी कक्षा में प्रथम आई थी इसलिए घर वालों को कोई आपत्ती नही थी । लिखित जांच परीक्षा के बाद … Read more

“ये धन संपत्ति भी ना अच्छों -अच्छों का दिमाग खराब कर देती है” – कविता अर्गल : Moral Stories in Hindi

बहादुर जल्दी से गाड़ी निकालो इस समय बहुत ट्रैफिक मिलेगा एयरपोर्ट पहुंचना है,आज आरव आ रहा है ये  कहते हुए तेजी से सीढी़या उतरते हुए देव बाहर आता है।जी सर गाड़ी बिलकुल तैयार है कहते हुए बहादुर  ड्राइविंग सीट की ओर बढ़ता है,इतने में देव कुछ सोचता है नहीं तुम आज रहने दो आरव को … Read more

ये धन संपत्ति ना….अच्छे-अच्छों का दिमाग खराब कर देती है। – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

राजेश एक स्कूल में गणित का शिक्षक था। ईमानदार, सादा जीवन-उच्च विचार और अपने छोटे से परिवार में बेहद खुश। घर में माँ, पत्नी, एक बेटा और पुरानी किताबों की अलमारी—बस यही उसकी दुनिया थी। वह बचपन से ही पढ़ाई में अब्बल रहा लेकिन लोभ-लालच से वह सदा ही दूर रहा।लोगों की मदद करना उसे … Read more

Work from home – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

पहली बार जब सुना था “वर्क फ्रॉम होम ” तो अच्छा लगा था । बहुत राहत महसूस हुई थी कि इस विपदा में नौकरी सुरक्षित है जबकि बहुत से संस्थानों में तो नौकरी से छुट्टी मिल गई थी । लगभग 20% लोग घर में क़ैद होकर सड़क पर आ गए , खाने के लाले पड़ … Read more

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