पान की पेटी – सीमा सरदेशमुख बंगलोवाला : Moral Stories in Hindi

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“निम्मी बेटा अंदर से मेरी पान की पेटी तो लाना”घर के आंगन में लगे आम के पेड़ के नीचे दादाजी खाट पर बैठे पेपर पढ़ रहे थे।पास में खेलती नमिता से उन्होंने कहा। 7 साल की नमिता  माँ बाबा के साथ छुट्टियों में दादा दादी के पास गाँव आई थी। “जी दादाजी , अभी लाई।”कहती … Read more

” स्वार्थी संसार ” – साधना वैष्णव : Moral Stories in Hindi

    एक बार एक व्यक्ति प्रतिदिन   की भांति अपनी फैक्ट्री जा रहा था, रास्ते में वह एक घर के पास पहुँचा ही था कि किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने आस-पास देखा कहीं कोई दिखाई नहीं दिया। जिस घर के पास बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी, वह घर तो … Read more

नमक मिर्च लगाना : Moral Stories in Hindi

स्कूल की छुट्टी की घंटी बज चुकी थी। लेकिन आज सभी टीचर्स और स्टॉफ असेंबली हॉल में रुके हुए थे। आज प्रमोशन का रिजल्ट घोषित होने वाला था।  सभी आपस में एक दूसरे को अपने अपने अनुमान बता रहे थे। शीतल मैम, इस बार तो आपकी तरफ से दावत पक्की…इस बार तो आपको दो दो … Read more

पुनर्मिलन – वीणा कुमारी : Moral Stories in Hindi

सुन शुभा– जितनी जल्दी हो सके तुम मोना की शादी कर दे. अभी तुम्हारी उम्र ही कितनी हुई है, मोना की शादी करने के बाद तुम अपनी भी शादी की सोचना –शुभा की मां ने धीमे से फुसफुसाते हुए कहा.मोहन के नहीं रहने से तुम भी कितने दिन अकेली रहेगी? पर मां, मोना तो अभी … Read more

स्वार्थी संसार – अनिता मंदिलवार “सपना” : Moral Stories in Hindi

     सीमा बहुत परेशान थी कि राजन अभी तक घर नहीं पहुंचा । कहाँ रह गए वह सोच रही थी फोन भी नहीं लग रहा था ।  मायूस होकर जैसे ही बैठी थी कि दरवाजे की घंटी बजी । दौड़कर सीमा ने दरवाजा खोला सामने राजन चिंतित खड़ा था । क्या हुआ राजन तुम इतने परेशान … Read more

घर आना! – पुष्पा श्रीवास्तव ‘शैली’ : Moral Stories in Hindi

आँखों के आंसू बहकर गालों पर सूख चुके थे, बस की खिड़की से हौले हौले आती हवा के झोकों ने झपकी लेने पर मजबूर कर दिया. अचानक से मोनी को अर्जुन दा की तबियत ख़राब होने की सूचना मिली! मोनी से रहा न गया! मन में अंजाना डर बिठाये पति रोहित और बेटे आदि को … Read more

औलाद के मोह के कारण वह सब सह गई! – विजय लक्ष्मी अवस्थी : Moral Stories in Hindi

रजनी बैठी सोच रही थी, की क्या से क्या हो गया! जब शादी हुई तो खुशी से दिल उछलने लगा, और जब ससुराल में कदम रखा! मैं सबको खुश रखूंगी, और तन मन धन से पति के साथ मिलकर सारी जिम्मेदारी पूरी करूंगी! समय बिता दो बच्चों को जन्म देकर उनका पालन पोषण करने लगी … Read more

औलाद के मोह के कारण वो सब सह गई – अर्चना झा : Moral Stories in Hindi

मेरा चेहरा उतरा हुआ देखकर अरुणा ने तपाक से पूछा, अब क्या हुआ,अब तो सारी व्यवस्था अच्छे से हो गई, मंच सज गया, कुर्सियां लग गई, नाश्ते,खाने की व्यवस्था भी हो गई आगंतुकों के लिए,ऐसे मुंह क्यों लटकाया हुआ है, मैंने कहा यार ये एंकर बड़ी खड़ूस लगी मुझे, अजीब तरीके से बात करती है, … Read more

गोपी बुआ – मनु वाशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

अरे जल्दी करो, देर हो जायेगी। उनको साड़ी भी तो ओढ़ाना है। गोपी बुआ, सब इसी नाम से बुलाते थे। पूरे मोहल्ले की बुआ थीं, तीन पीढ़ियों की खुशियों और दुखों की गवाह। किसी के यहां बच्चा हुआ हो, शादी हो, कोई त्यौहार या कुछ और काम हो, सब बुआ को याद करते और बुआ … Read more

दिखावे की जिंदगी – निमिषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

सानू एक मध्यम वर्गीय परिवार की लड़की व शैलजा एक उच्च परिवार की लड़की है। लेकिन दोनों काॅलेज से ही गहरी दोस्ती है।वे जहां भी जाती साथ में जाती सालू को शैलजा के कपड़े बहुत पसंद आते उसके साथ रहने के लिए उसे शैलजा जैसा दिखना पसंद है इस कारण वह कभी कभी अपने पड़ोस … Read more

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