आक्रोश – अविनाश स आठल्ये

क्या समझ रखा है तुमने प्रशासन को?कितना भ्र्ष्टाचार करोगे? कुछ ईमान धर्म बचा है या पूरा ज़मीर बेच खाये हो? श्रीवास्तव साहब ने “आक्रोश” से भरकर “बड़े बाबू”  मेश्राम की फ़ाइल को फेंकते हुये कहा… जी सर.. यहाँ तो ऐसा ही चलता था, पहले वाले SDM साहब भी ऐसी ही फाइलों में दस्तख़त कर दिया … Read more

अतिथि तुम कब जाओगे

चांदनी अपने भाई बहनों में सबसे छोटी थी,  मां बचपन में ही गुजर गई थी, चांदनी को  ठीक से याद भी नहीं  की मां कैसी दिखती थी, मां की जगह पर चांदनी की बड़ी बहन कुसुम का प्यार मिला और  साथ ही पिता और भाइयों का प्यार मिला लेकिन वह मां की प्यार से मरहूम … Read more

एक अनोखा निर्णय -सत्य घटना पर आधारित कहानी | ek anokhaa nirNay -satya ghatana par aadharit kahani

वर्ष 2000 में एक बिहारी युवक और पंजाब के लुधियाना में वहाँ की पंजाबी कुड़ी को आपस में प्यार हो जाता है। दोनों समाज के विरोध की परवाह न करते मज़बूती से एक-दूसरे का हाथ थाम लेते हैं ईमानदारी से। पंजाब में परिजनों के विरोध की वज़ह से जोड़ी बिहार के मेरे गृह जिले रोहतास … Read more

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