मीठी छुरी चलाना : सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

राधिका एक शांत और मिलनसार स्वभाव की लड़की थी| कॉलेज में सबसे अच्छी दोस्त थी रिया | जिस पर अपने से भी ज्यादा भरोसा करती थी | दोनों साथ कॉलेज जाती, अपने दिल की सारी बाते शेयर करती , सुख दुःख की साथी , शॉपिंग भी इकट्ठे जाती | यूं कहें कि दो दिल पर एक जान थी | सबको भी ऐसा लगता थी, ये दोनों सबसे बेस्ट फ्रैंड हैं |

कॉलेज में एक न ई छात्रवृति की घोंषणा हुई राधिका पूरे कॉलेज में टापर थी | रिया को यकीन था कि इसको शील्ड और ट्राफी जरुर मिलेगी || रिया प्रिसिंपल के पास गई और झूठ बोल दिया कहने लगी! मैम ! राधिका ने सारी चिंटिंग की है | ऐसे ऐसे शब्द कहें कि वो भ्रमित हो गई ं|

राधिका का नाम अनाउंस नहीं हुआ तो तो सोच में पड़ गई ऐसे कैसे हो सकता है | राधिका ने मैम से कहा कि ऐसी मुझसे क्या गलती हो गई है कि मैं छात्रवृति से वंचित रह ग ई | मैम ने पूरी बात बताई | अपना भी विश्वास दिलाया | मैम ने छात्रवृति तो दे दी लेकिन राधिका के दिल पर जो चोट लगी थी वो कभी न भर सकी | 

तब राधिका ने सीखा कि हम मुस्कान के पीछे सच्चाई को नहीं देख पाते| कैसे रिया ने मीठी छुरी से मेरा सपना और विश्वास तोड़ दिया | मीठी छुरी से मुझे वार किया तब मुझे पता चला कि देखने में मीठे लेकिन असल में बड़े घातक होते हैं |

सुदर्शन सचदेवा

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