“आईऐ… आईऐ… मिसेस अरोरा… वेलकम इन माय होम…वॉओ..न्यू सारी….फैंटास्टिक…. योर चॉइस इज़ ऑसम….” रजनी ने कुछ ज़्यादा ही चाशनी घोलते हुए कहा।
“थैंक्स… रजनी…. कल ही सूरत से पार्सल आया है… सोचा आज इसका श्रीगणेश कर दूं…”मिसेस अरोरा इठलाती हुई बोलीं।
“आओ …शाईनी… वेलकम…यू आर लुकिंग सो ब्युटीफुल…” रजनी ने एक और आगंतुक महिला का स्वागत करते हुए कहा।
आज रजनी के घर किटी पार्टी थी.. इसी उपलक्ष्य में महिलाओं का आना जारी था।
“और बताओ अनामिका… तुम्हारी सास आजकल कहाँ है… यहीं ..या…हैदराबाद मे…”मिसेस सिन्हा ने एक महिला से पूछा।
“अरे…यहीं हैं…. अपनी ऐसी किस्मत कहाँ… कि चैन की सांस ले सकूँ… हर समय सिर पर सवार रहती हैं… हुंह…आपने भी क्या बात छेड़ दी…”अनामिका बुरा सा मुँह बनाते हुए बोली।
“मेरा भी यही हाल है… बस बात बात मे टोकाटाकी… ये करो…वो मत करो…उफ्….जीना मुश्किल कर रखा है…” एक अन्य महिला गायत्री बीच में बोली।
फिर तो एक के बाद एक सभी महिलाएं अपनी अपनी सासों की तमाम बुराइयां गिनवाने लगी।ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों किटी पार्टी नही बल्कि सासु पुराण चल रहा हो।
“अरे….रजनी… आज एक न्यू मेंबर भी शामिल होने वाली थी ना…”मिसेस अरोरा ने बातों के बीच में पूछा।
“हाँ…हाँ….शिखा नाम है उसका..बस आती ही होगी…”रजनी ने जवाब दिया।
“वाह…तब तो एक मेंबर और बढ़ जाएगी… अपनी टीम में…”अनामिका बोली।
“एक नही… दो मेंबर….”इतने में ही शिखा ने अंदर आते हुए कहा।
“दो…अरे भई वाह…कौन है दूसरी न्यू मेंबर… मिसेस अरोरा खुश होते हुए बोलीं।
“मेरी सासु माँ…हम दोनों साथ मे किटी ज्वाईन कर रहे हैं…. आईऐ मम्मीजी…. शिखा ने अपनी सास से कहा।
सभी महिलाएं एक दूसरे का मुँह देख रहीं थीं।
*नम्रता सरन “सोना”*
भोपाल मध्यप्रदेश