तिरस्कार कब तक – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

दुर्गा प्रसाद शहर के जाने-माने वकील थे। उनकी एकलौती बहन कमला की शादी एक बड़े पद पर आसीन व्यक्ति रमाकांत जी के साथ  बड़ी धूमधाम से हुई थी ।बहन की शादी में देर हो जाने की वजह से उनकी उम्र ज्यादा हो गई थी। जिसकी वजह से रमाकांत जो विधुर थे उनके साथ विवाह हुआ … Read more

तिरस्कार कब तक? – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

सुबह का समय था। रसोई में बर्तनों की खनक, गैस पर उबलती चाय, और बाहर से आती बच्चों की चहल-पहल… सब कुछ एक व्यवस्थित ग़ुलामी जैसा था। सीमा रसोई में झुकी हुई थी, हाथ रोटियों में, कान सास की आवाज़ में और मन… मन कहीं गुम था। श्रवण कमरे से बाहर आया। उसके हाथ में … Read more

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