‘ अपमान बना वरदान ‘ – विभा गुप्ता
सुनंदा ने ट्राॅलीबैग में अपने सभी कपड़े रखे, स्कूल-काॅलेज के मार्कशीट के साथ-साथ सभी प्रतियोगिताओं के सर्टिफिकेट भी रख लिए और बैग को बंद करने से पहले उसने एक नज़र पूरे कमरे पर डाली जहाँ छह बरस पहले सोमेश उसे ब्याह कर लाए थे।सोमेश के साथ अपने सुखद भविष्य के जो अनगिनत सपने उसने सजाए … Read more