ओपन जेल – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सात-आठ साल पहले का किस्सा है जब समिधा अपने कॉलेज के अंतिम वर्ष में थी। NCC कैडेट के तौर पर उसे पर्वतारोहण प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने का अवसर मिला। शिविर का आयोजन केरल राज्य के तिरूवनंतपुरम जिले के अंतर्गत आने वाले नेय्यार डैम क्षेत्र में किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक दिन शैक्षिक … Read more

घर की इज्जत – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“पारस, घर की इज्जत के लिए तुझे सुमेधा का हाथ थामना होगा। यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही हमारे खानदान की परंपरा है।” पारस के पिता कृष्ण जी ने आदेशात्मक स्वर में उससे कहा। “हां पारस बेटा, इसमें न के लिए कोई स्थान नहीं है। तुझसे पूछा नहीं जा … Read more

एक हाथ से ताली नहीं बजती – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“तन्वी और पर्व दोनों ही बच्चों को गाजर का हलवा बहुत पसंद है। जब तक वे दोनों PTM से वापस आएंगे, तब तक हलवा बनकर तैयार हो जाएगा। दोनों बहुत खुश हो जाएंगे।” अपने पोता-पोती के लिए बड़े मनोयोग से हलवा बनाते हुए राधा जी सोच रही हैं। देख लिया न तुमने! तन्वी के 3 … Read more

परिवार और पड़ोस का अंतर – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“छोटी, सब्ज़ी और सलाद वगैरह सब तैयार हैं। ऐसा करते हैं कि तुम चपातियां बना दो, मैं सबको परोस देती हूं।” स्मृति ने प्यार से अपनी देवरानी मनीषा से कहा।  “वाह भाभी, कितनी चालाक हैं आप! ताकि मैं रसोई में खड़ी रहूं और बाहर आप सबको भ्रमित कर सकें कि खाना आपने बनाया है।” मनीषा … Read more

बड़ा दिल – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“सुगंधा बहू, तुम तो बहुत बड़े दिल वाली हो फिर मन छोटा क्यों करती हो! बेटी तो पराई धरोहर होती है। उसे तो एक दिन विदा करना ही पड़ता है।” सुगंधा की बुआ सास उसके कंधे पर हाथ रख यह कहते हुए उसे ढाढस बंधाने की कोशिश करती हैं, जो अपनी दुल्हन बनी बेटी महक … Read more

संस्कार और सम्मान – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“सक्सेना साहब, आपकी बेटी चार पैसे क्या कमाती है, उसका तो दिमाग ही सातवें आसमान पर पहुंच गया है। अपने बड़ों से कैसे बात की जाती है, वह सब भूल गई है। अपने पति तक को वह अपने सामने कुछ नहीं समझती। मुझे तो समझ नहीं आ रहा कि आपने उसे कैसे संस्कार दिए हैं!” … Read more

अपमान बना वरदान – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

राधिका का जीवन हमेशा से हिंदी भाषा और संस्कृति से जुड़ा रहा था। स्कूल, कॉलेज में पढ़ते हुए, वह जब भी कुछ महसूस करती, उसे शब्दों में ढालने के लिए हिंदी ही उसका प्रिय साधन बनती। वह अपनी कविताओं और लेखन के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करती। हिंदी को वह अपनी आत्मा मानती … Read more

मोहताज – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“नमस्ते आंटी! आंटी, मैंने बैंक की लिपिक भर्ती परीक्षा पास कर ली है! अगले हफ्ते मेरी ज्वाइनिंग है!” शालू ने मिठाई का डिब्बा मेरे हाथ में पकड़ाते हुए ख़ुशी से कहा। उसके चेहरे पर आत्मविश्वास की एक नई चमक थी। मैं खुशी से झूम उठी। “वाह! ये तो बहुत बड़ी बात है, शालू! बहुत-बहुत बधाई! … Read more

प्यार का बंधन – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अतुल और हीनल की मुलाकात दिल्ली के एक मैनेजमेंट कॉलेज में हुई थी। इसके बाद, दोनों की नियुक्ति गुड़गांव में एक मल्टीनेशनल कंपनी में हो गई। दोनों परिवारों की सहर्ष सहमति से अक्टूबर में उनका विवाह हुआ, और दिल्ली की रहने वाली मीनल, अपने ससुराल गुड़गांव आ गई। क्रिसमस के बाद वीकेंड पर, वह अतुल … Read more

पछतावे के आंसू – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“क्या मैंने बहुत देर कर दी?” ये विचार बार-बार अंकित के मन में कौंध रहा है और उसे अधीर कर रहा है। इसी विचार के साथ ही कैंपेगौडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बेंगलुरु की ओर दौड़ती टैक्सी में बैठा वह बेंगलुरु से नई दिल्ली की फ्लाइट के लिए इमरजेंसी टिकट बुक करता है। राजस्थान के भिवाड़ी का … Read more

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