दिखावा – खुशी : Moral Stories in Hindi

रीता और गौरव दोनों बैंक में काम करते थे। बार बार ट्रांसफर होने के कारण रीता को कभी ससुराल में रहने का मौका नहीं मिला।उसे बड़ा लगता मै भी अपनी देवरानी, जेठानी और सास के साथ रहती।नौकरी के कारण वो कभी त्यौहार वार पर ही ससुराल जा पाते। फिर उसे लगता उसके साथ मेहमानों वाला … Read more

फैसला – खुशी : Moral Stories in Hindi

दीनानाथ जी एक फैक्ट्री में मुनीम थे। पत्नी गायत्री २ बेटे  निर्मल और विमल और बेटी सुनीता और ऐसा परिवार था।ज्यादा रहीसी तो नहीं पर घर में सब खा पीकर खुश थे।निर्मल का मन पढ़ाई में कम लगता था इसलिए दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ वो बिजली का काम सीखने लगा।विमल पढ़ने में अच्छा था … Read more

परिवार – खुशी : Moral Stories in Hindi

रोहन और गीतांजलि दोनो काम काजी पत्नी थे। रोहन का बनारस में भरपूर। परिवार था।पिताजी बनारस यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक थे।मां घर संभालतीं दोनों बहने उनकी शादी हो गई थी। छोटा भाई सुनील भी कॉलेज में प्राध्यापक था रोहन को पत्रकारिता का शौक था इसलिए वो दिल्ली आ गया और गीतांजलि भी अच्छी पोस्ट पर लाइब्रेरी … Read more

बड़ी बहु – खुशी : Moral Stories in Hindi

रागिनी एक मध्यमवर्गी परिवार की लड़की थी।घर में माता पिता 4 भाई बहन एक प्यारा सा परिवार था।पिताजी राम चंद्र जी एक दुकान पर मुनीम का काम करते थे।  रागिनी बारहवीं पास कर चुकी थी और कभी कभी दुकान पर खाना और दवाई देने अपने पिताजी को दुकान पर आती वही उसकी एक दो बार … Read more

वक्त पर काम आना – खुशी : Moral Stories in Hindi

निधि और आरती पड़ोसन थी।निधि बहुत दिखावा करती थीं हमेशा आरती को कहती मै तुम्हारी बहन हू तब मुझे बुलाना और हर समय आरती के घर में ही खाती पीती रहती कही भी घूमने जाती तो अपने बच्चें भी उसी के भरोसे छोड़ जाती। आरती के पड़ोस में ही गायत्री भी रहती थी जो घर … Read more

कोशिश – खुशी : Moral Stories in Hindi

रुबीना एक दिलकश और खुशमिजाज लड़की थी।जो अपनी खाला के लड़के रशीद के साथ मंगनी के बंधन में बंधी थी।रुबीना की खाला नुसरत भी उसपर प्यार लुटाती थी  क्योंकि उनके शौहर का इंतकाल रशीद के बचपन में हो गया था और राशिद की मां और बड़ी बहन आमना ने  मेहनत कर के घर का ख्याल … Read more

टूटते रिश्ते जुड़ने लगे – खुशी : Moral Stories in Hindi

रामचंद्र शहर के बहुत बड़े समाजसेवक थे।उनके परिवार में उनकी पत्नी रजनी 3 बेटे महेश,सुरेश और नरेश थे और बहुएं गायत्री,अनीता और विद्या। सारा परिवार मिलकर रहता था।तीनों भाई पिता का जमाजमाया कारोबार संभालते थे।उनकी बहुत बड़ी साड़ियों की दुकान थी। भाई सुबह दुकान पर जाते और बहुएं घर पर रहती।बाकी सभी कामों के लिए … Read more

मोह – खुशी : Moral Stories in Hindi

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राधा एक बहुत ही सुलझी हुई महिला थी अपने काम से मतलब रखनेवाली।उनके दो बेटे थे रवि और सुनील उनमें उनकी जान बस्ती थी। बस वो उनके बच्चे और पति अनोखेलाल जी ।वो अपने नाम की तरह ही अनोखे थे।सिर्फ घर से परचून की पुश्तैनी दुकान तक जाना । नाक की सीध में ना जग … Read more

अनकहा दर्द – खुशी : Moral Stories in Hindi

कुछ दर्द ऐसे होते है जिन्हें आपको अकेले ही सहना पड़ता है। नयना देवीपुर गांव में रहती थीं।देखने में सुंदर ,12 पास घर के सब कामों में कुशल ।जो देखता यही कहता जिस घर जाएगी उसे स्वर्ग बनाएगी।नयना के दादाजी के मित्र रतन लाल शास्त्री जो बनारस में रहते थे और उनकी वहां बहुत बड़ी … Read more

स्वार्थ – खुशी : Moral Stories in Hindi

मीता शादी हो कर आई तब घर में सास ससुर पति धीरज और ननद  रीमा जो शादी शुदा थी पर हर समय मायके में ही रहती थीं । मीता ने शुरू शुरू में तो सबको बहुत प्यार से बांधने की कोशिश की पर जल्द ही उसे समझ आ गया कि उसकी सास एक स्वार्थी महिला … Read more

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