बड़ी भाभी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

गिरिजा रसोई में खाना बनाने में व्यस्त थी क्योंकि उसे आज कम से कम आठ लोगों के लिए टिफ़िन बाँधनी थी क्योंकि आज से ही स्कूल कॉलेज खुल गए थे । ननद के दो बेटे और दूर के रिश्तेदार के दो बेटे तथा उसके खुद के दो बच्चे पति और उनके मुँह बोले भाई आए … Read more

टूटते रिश्ते जुड़ने लगे – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

वाकिंग के लिए गए हुए राजेश जी घर पहुँचे तो देखा पत्नी सीता कामवाली बाई से बात कर रही थी वह बता रही थी कि कल रात अचानक फर्स्ट फ्लोर में नए आए हुए प्रतीक जी की तबीयत खराब हो गई थी तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था । सीता ने कहा अरे … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

माधवी अपने कमरे से निकल कर माँ को आवाज़ देती है कि माँ जल्दी से लंच बॉक्स दे दीजिए सुनीता आ रही होगी । हो गया है बेटा ला रही हूँ कहती हुई सरस्वती बॉक्स उसके हाथ में थमा कर कहती है कि जल्दी आ जाना बिटिया देरी करोगी तो मेरा दिल बैठा जाता है … Read more

अनकहा दर्द – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

जगन और मदन दोनों मुंजेरी गाँव में एक साथ मिलकर रहते थे । जगन की पत्नी सुमन डिलीवरी के लिए अस्पताल गई हुई थी उनका बड़ा बेटा राम घर पर चाची मौसमी के पास रुका हुआ था । मदन ने घर के अंदर आते हुए जोर से चिल्लाकर कहा राम तुम्हारा छोटा भाई हुआ है … Read more

मैं अपने अहंकार में रिश्तों के महत्त्व को भूल बैठी थी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुगंधी पति वेदांत से कह रही थी देखिए मैंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और खाली घर में बैठी हुई हूँ बच्चे स्कूल और आप ऑफिस चले जाते हैं तो मेरा समय कटना मुश्किल हो जाता है । वेदांत ने उसकी बात पर गौर किया और अपने दोस्त से बात करके एक चिटफ़ंड कंपनी में उसको … Read more

आग में घी डालना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

रमा ने जब से ससुराल में कदम रखा रसोई ही उसका कमरा हो गया था । वह सिर्फ़ रात को ही अपने कमरे में सोने जाती थी वह भी रात के ग्यारह बजे तक पूरे घर का काम ख़त्म करके। सुबह चार बजे से उठकर सासु माँ बैठ जाती थी और उसके कमरे का दरवाज़ा … Read more

वो सुबह कभी तो आएगी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

राघव और रचना जब चालीस पैंतालीस उम्र के पड़ाव पर पहुँचते हैं तो रात के सोते समय भी वे दोनों प्यार भरी बातें नहीं करते हैं ।  राघव ने कहा — रचना गैस बंद किया है न अलार्म लगाया है कि नहीं कल  रवी और सुंदर को जल्दी उठना है ठीक है ।  रचना भी … Read more

जो अपने माँ बाप का दिल दुखाते हैं भगवान उन्हें जरूर सजा देते हैं – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

राजेश्वरी अपने कमरे में पूजा करके आकर बैठी ही थी कि उसे लगा कि उसके सामने से किसी ने कुछ फेंका है देखा तो समाचार पत्र था। यह यहाँ कैसे कुछ सोचने से पहले उसके बड़े. बेटे राजन की तेज आवाज सुनाई दी कि अब आपका पेट भर गया पूरे शहर में मेरी थू थू … Read more

घर की इज़्ज़त – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुप्रिया और स्वाति दोनों एक ही ऑफिस में नौकरी करती थी घर पास होने के कारण साथ में मिलकर ऑफिस जातीं थीं । उनका एक दूसरे के घर आना जाना भी लगा रहता था । सुप्रिया की बेटी मधु और स्वाति की बेटी सविता एक ही कक्षा में पढ़ती थी पर अलग अलग स्कूलों में … Read more

सौतेली माँ की शर्त – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

भावेश जी की पत्नी को गुजरे हुए दो साल हो गए थे । उनके दो लड़के संतोष और सुभाष थे जिनकी देखभाल माँ करती थी । माता-पिता ने कई बार भावेश से कहा था कि दूसरी शादी कर ले । भावेश को डर लगा रहता था कि सौतेली माँ अगर बच्चों को ठीक से नहीं … Read more

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