बाबुल – अयोध्याप्रसाद उपाध्याय : Moral Stories in Hindi
मेरी मुन्नी को बाबुल की दुआएं कोई काम नहीं आई कह कह कर रो रहे थे और माथा पीट रहे थे। अचानक उनको रोते हुए देख सुन कर आस-पास के लोग एकत्र हो गये। सबके सब ऐसा देखकर हतप्रभ थे। आखिरकार क्या हो गया? उजड़ गया —-उजड़ गया, मेरी मुन्नी का सुहाग उजड़ गया। हे … Read more