बाबुल – अयोध्याप्रसाद उपाध्याय   : Moral Stories in Hindi

मेरी मुन्नी को बाबुल की दुआएं कोई काम नहीं आई कह कह कर रो रहे थे और माथा पीट रहे थे। अचानक उनको रोते हुए देख सुन कर आस-पास के लोग एकत्र हो गये। सबके सब ऐसा देखकर हतप्रभ थे। आखिरकार क्या हो गया? उजड़ गया —-उजड़ गया, मेरी मुन्नी का सुहाग उजड़ गया। हे … Read more

” बहन ” – अयोध्या प्रसाद उपाध्याय  : Moral Stories in Hindi

भाई बहन का सम्बन्ध अटूट होता है। किसी भी बहन के जीवन में भाई का और भाई के जीवन में बहन का एक अति महत्वपूर्ण स्थान होता है। भाई बहन के लिए और बहन भाई के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं। भाई हर हाल में अपनी बहन को खुशहाल देखना … Read more

” हक़ ” – अयोध्याप्रसाद उपाध्याय   : Moral Stories in Hindi

आज की भारतीय न्याय प्रणाली में बेटा-बेटी दोनों को पिता की संपत्ति में बराबर की हिस्सेदारी है। इसमें किसी को भी डरने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन एक बात जरुर समझने की है कि जब तक पिता जीवित रहेंगे तब तक उनकी जायदाद में कोई भी हिस्सा नहीं ले सकता किन्तु जैसे ही उनकी मौत … Read more

गुरुर – अयोध्या प्रसाद उपाध्याय : Moral Stories in Hindi

इंजीनियर दंपति ने यह बहुत पहले ही निर्णय ले लिया था कि संतान रूप में लड़की हो या फिर लड़का केवल एक ही। वे बैंगलोर में रहते थे। दोनों की अच्छी खासी तनख्वाह थी। घर गृहस्थी मजे में चल रही थी। तीन कमरों का फ्लैट था।दो ही प्राणी तो रहने वाले। कुछ खाली खाली सा … Read more

जलन- अयोध्या प्रसाद उपाध्याय  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दमयंती के वैवाहिक जीवन के सात साल हो गये थे। अब तक कोई संतान नहीं हुई थी। मन मातृत्व सुख से वंचित होने के कारण उदास रहा करता था। किसी भी काम में मन नहीं लगता था। सदा संतान की चिंता से चिंतित रहा करती थी। दिनों-दिन उसका स्वास्थ्य खराब … Read more

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