फरेब : खुशी : Moral Stories in Hindi

गीत एक बड़े घर की सुंदर लड़की थी। कॉलेज का हर लड़का उससे दोस्ती करना चाहता था।उसकी एक सहेली थी मीता जो हर वक्त गीत के साथ रहती असल में तो वो गीत के पीछे इसलिए होती क्योंकि गीत उसे खिलाती पिलाती नई नई चीजें दिलवाती।इसी बीच उनके कॉलेज में राघव आया ।

राघव भी अमीर मां बाप की संतान था और वो बहुत सुलझा हुआ था।गीत उसे बहुत पसंद करती थीं।उसने ये बात मीता से शेयर की क्योंकि वो चाहती थी कि ये बात राघव तक पहुंचे पर मीता ने राघव से गीत की जगह अपनी बात की और गीत की बुराई ।वेलेंटाइन डे वाले दिन गीत अपने दिल की बात राघव को बताने गई तो राघव बोला तुम जैसी बेशर्म बिगड़ी लड़कियां यही कर सकती है

कितने चक्कर है तुम्हारे अब मुझे फसाने आ गई।गीत हैरान थी राघव क्या कह रहा है।राघव बोला मेरी जिंदगी में शरीफ लड़की है और वो ही मेरी पत्नी बनेगी । देखो उसने आज तक हम दोनों के बारे में किसी को नहीं बताया।ऐसी होती हैं लड़कियां ना कि तुम्हारी तरह ।फिर वो अपने दोस्तों से बोला आओ मैं तुम्हे अपनी मंगेतर से मिलवाता हूँ।

जब मीता सामने आई तो गीत लगभग बेहोश हो गई।वो सोच रही थीं ये तो आस्तीन का सांप निकली मेरे ही हक पर डाका डाल दिया। मीठा मीठा बोल कर छुरी चला दी।

शाम को मीता ने गीत को फोन किया और मीठा बनकर बोली बहन मै तो तेरी ही बात करने गई थी पर वो मुझे पसंद कर बैठा।गीत बोली चुप अब ये मीठी छुरी चलाना बंद करो।मुझे समझ आ गया है

कि तुम क्या हो आइंदा मुझे फोन ना करना। गीत कॉलेज छोड़ अमेरिका चली गई और जब राघव के घर वालों ने देखा कि मीता उनके बराबर की नहीं है तो उन्होंने भी रिश्ता खत्म कर दिया। अब मीता को समझ आया धोखा देने का अंजाम क्या होता है गीत जैसी सहेली भी गई बदनामी भी हुई और राघव भी गया।

स्वरचित कहानी 

आपकी सखी 

खुशी

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