रूपा मेरे कहने से तू एक बार अपने जीजा जी को फोन लगा ले उनसे पूछ क्या उन्हें इस केस के बारे में कुछ पता है ?वह भी तो क्राइम इन्वेस्टिगेशन में ही थे !प्लीज मेरी मदद कर, मुझे अब जितेंद्र की बहुत चिंता हो रही है। कहीं उनके साथ सच में कुछ बुरा तो नहीं हो गया!
ठीक है रेखा लेकिन इस समय विक्रम जीजू बिजी होंगे, अच्छा रुक मैं उन्हें मैसेज करती हूं अगर उनका जवाब आएगा तभी कॉल करूंगी ।
थोड़ी देर बाद ही रूपा के जीजा ‘ इंस्पेक्टर विक्रम ‘ का फोन आता है ।”रूपा तू क्या उस केस के बारे में कुछ जानना चाहती है ?वह जितेंद्र वशिष्ट का केस !वह जो लड़की है रेखा जो इस केस में इंवॉल्व्ड है ,वह तेरी दोस्त है ना !क्या यह दोनों एक दूसरे को पसंद करते है ?”
मुझे पता नहीं जीजू, ऐसे तो रेखा जितेंद्र की कंपनी में काम करती है पर हां उनके घर एक दो बार काम के सिलसिले में गई थी ।
” देख रूपा खबर अच्छी नहीं है। जितेंद्र के मां-बाप को दो मेल आई है । मेल्स में दो वीडियोस हैं। वीडियो में तस्वीर अच्छी नहीं है ।”
“क्या है उस वीडियो में जीजा जी ?”
“वीडियो में जितेंद्र को किसी कमरे में बंद करके रखा गया है और उसे इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं ।हमारे समझ से वह ड्रग्स के इंजेक्शन है। जिसने उसे किडनैप किया है वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है । अभी कोई पैसे की डिमांड नहीं आई है ना ही उसने कोई और डिमांड रखी है। शायद कोई दिमागी तौर पर बीमार व्यक्ति है। जितेंद्र की हालत ठीक नहीं है। यह बात बहुत ही सीक्रेट रखी गई है। मीडिया को जरा सी भी इसकी भनक लग गई तो बात का बतंगड़ बन जाएगा ।हम सब बहुत परेशान है। एक्सपर्ट बार-बार वीडियो को देख रहे हैं लेकिन समझ में नहीं आ रहा कि वह वीडियो कहां बनाई गई है। मुझे कोई भी खबर मिलेगी तो मैं जरूर बताऊंगा लेकिन ध्यान रखना यह वीडियो वाली बात किसी को भी मत बताना नहीं तो मेरी नौकरी भी जा सकती है। तुम समझ रही हो ना ।और हां रेखा को यह बात ना बताना नहीं तो वह बहुत परेशान हो जाएगी ।
रूपा फोन रख देती है ।रेखा समझ जाती है खबर अच्छी नहीं है।रेखा रूपा से कहती है कि कुछ बुरी खबर भी हो तो उसे बता दे। रूपा कहती है कि खबर इतनी भी बुरी नहीं है लेकिन हां जितेंद्र मुसीबत में हैं।
“मुझे पूरी बात बता दे रूपा नहीं तो मैं रात भर सो नहीं पाऊंगी। मैं यह बात किसी को भी नहीं बताऊंगी, किसी को भी नहीं, जिसकी कसम तू कहे उसकी कसम खा सकती हूं।”
“बात कसम की नहीं है रेखा यह बात तुम्हें बता तो दूंगी मुझे पता है तू किसी को नहीं बताएगी लेकिन फिर तू बहुत परेशान रहेगी। जीजाजी ने मुझे बताया कि किसी दिमागी तौर पर परेशान व्यक्ति ने जितेंद्र को किडनैप किया है ।शायद उससे कोई पुरानी दुश्मनी रही हो। उसे किसी कमरे में बंद करके रखा गया है और…….
” और क्या रूपा”
” रेखा मैंने तुझे इतना तो बता दिया बस तू ज्यादा की कोशिश ना कर।”
“रूपा प्लीज मुझे बता दें तुझे हमारी दोस्ती की कसम!”
” रेखा !! यह क्या कह रही है तू !! क्या तू सच में जितेंद्र से प्यार करने लगी है ?
“तुझे नहीं पता रूपा लेकिन मैं रात रात भर सो नहीं पाती । तुझे पता है उस दिन क्या हुआ था !मैं रोते हुए वहां से क्यों आई थी !”
“क्या हुआ था रेखा, अगर तेरी इच्छा हो तभी मुझे बताना”
” उस दिन जितेंद्र मेरे बहुत करीब आ गया था। तू समझ सकती है ना ,बहुत करीब । उसने मुझसे प्यार का इजहार भी किया था ।”
” तो फिर तुमने क्या कहा ?”
“मैं कुछ समझ नहीं पाई ,उस समय मुझे ऐसा लगा कि शायद जितेंद्र को मुझमें स्वाति की झलक दिखती हो या कहीं अकेलेपन में मेरा फायदा उठाना तो नहीं चाहता?”
” फिर क्या हुआ!”
“कुछ नहीं मैं वहां से बेतहाशा भागते हुए घर आई थी।
“अच्छा एक बात बताओ रेखा जब तुम जितेंद्र के साथ वापस आ रही थी तो तुम्हें ऐसा लगा था कि कोई तुम्हारा पीछा कर रहा हो?”
“रूपा मैं बहुत परेशान थी ,मुझे सिर्फ अपने घर का रास्ता दिखाई दे रहा था और कुछ नहीं ।”
“रेखा ठीक से याद कर !कोई गाड़ी! कुछ तो याद कर जरूर याद आएगा !”
“नहीं रूपा मुझे सिर्फ घर जल्दी पहुंचना था “
“अच्छा तुझे याद है जिस रास्ते से तू वापस आई थी?”
” हां अच्छे से याद है मुझे।”
” तो चल उस रास्ते पर स्कूटी से एक चक्कर मारते है।”
रेखा और रूपा स्कूटर से उस रास्ते में सड़क किनारे लगे सीसीटीवी कैमरा देख रही थी ।आश्चर्य की बात यह थी की उस रास्ते पर बहुत कम सीसीटीवी कैमरे थे ।शायद पूरे रास्ते में एक या दो!रूपा अपने जीजा जी को फोन करती है। उन्हें उस जगह आने को कहती है जहां से कुछ दूरी पर ही जितेंद्र ने रेखा को छोड़ा था। थोड़ी देर में इस्पेक्टर विक्रम वहा आ जाते है। उन्हें रूपा वो सीसीटीवी कैमरा दिखाती है जो सड़क के किनारे एक पेट्रोल पंप पर लगा है। उसे पूरा शक है कि जिस दिन जितेंद्र रेखा को घर छोड़ने गया था कोई उसका पीछा कर रहा था और उसने मौका पाकर जितेंद्र के अगवा किया। रूपा को यह भी लगता है कि वह जरूर जितेंद्र की जान पहचान का होगा नहीं तो जितेंद्र जैसे हटे कट्टे आदमी को काबू करना आसान नहीं !
इंस्पेक्टर विक्रम रूपा को विश्वास दिलाते हैं कि वे जल्द से जल्द सारे सीसीटीवी कैमरे का निरीक्षण करेंगे ।रेखा उन्हें व समय बताती है जिस समय वह जितेंद्र के घर से निकली थी और अपने घर गई थी। इंस्पेक्टर विक्रम दोनों का धन्यवाद करते हैं और कहते हैं कि यह जानकारी उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है ।शायद इससे कोई सुराग मिल सके…
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रिक्त स्थान (भाग 14) – गरिमा जैन
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गरिमा जैन