Thursday, June 8, 2023
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रिक्त स्थान (भाग 6) – गरिमा जैन

आज रेखा के फोटो शूट का पहला दिन है। वह बहुत घबराई हुई है ।ऑफिस से लगभग 15,20 मिनट की दूरी पर एक स्टूडियो है जहां पर शूटिंग होनी है । स्टूडियो एक काफी ऊंची बिल्डिंग के दसवें माले पर है । रेखा को डर है कि वह कैसे कैमरे को फेस कर पाएगी ।बचपन में फोटो खींचाना एक अलग बात थी लेकिन यह तो एक वीडियो बनना है और उसे एक जिंगल बोलना है “स्वस्थ त्वचा ही है खूबसूरत त्वचा”कहकर मुस्कुराना है। काम तो छोटा है पर आसान नहीं । इससे पहले रेखा ने कभी कोई  वीडियो नहीं बनाई। रूपा ने खेल-खेल में उसकी एक दो वीडियो बनाई थी पर इस तरह से उसने कभी काम नहीं किया है ।

स्टूडियो मैं काफी भीड़भाड़ का माहौल है  ।रेखा का मेकअप और बाल सेट होने में दो तीन घंटे लग गए । उसने एक बेहद खूबसूरत हल्के बादामी रंग की लहराती पोशाक पहनी थी और बालो को खुला छोड़ दिया गया था। स्टूडियो में कैमरामैन के अलावा डायरेक्टर ,असिस्टेंट डायरेक्टर और भी ना जाने कितने लोग थे।रेखा से बार-बार कहा जा रहा है कि उसे अपने चेहरे के भाव पर ध्यान देना है। वह कहीं से भी बनावटी नहीं लगने चाहिए ।उसे वैसे ही खुलकर मुस्कुराना है जैसे वह उस ब्यूटी पीजेंट में मुस्कुराई थी। रेखा कैसे बताएं कि उस दिन तो जानू को देख कर उसकी मुस्कुराहट स्वतः ही निकल गई थी ।आज वह कैसे उस तरह मुस्कुरा पाएगी ।

डायरेक्टर बार-बार कट कर रहा है। उसे रेखा के चेहरे पर, उसकी बोलचाल में ,उसके हाव-भाव में वह बात नजर नहीं आ रही।  तभी रेखा की नजर एक चित परिचित चेहरे पर पड़ती है।  भीड़ से अलग दिखने वाला उसका वह चेहरा जिसके गालों पर डिंपल है बाल घुंघराले हैं और चेहरे पर मधुर मुस्कान । जितेंद्र ना जाने कहां से वहां आ गया था। उसे देखते ही जैसे रेखा  का सारा डर निकल जाता है और एक बार में ही बिल्कुल परफेक्ट शॉट दे देती है ।वहां खड़े सारे लोग उसके लिए तालियां बजाते हैं ।डायरेक्टर उसे कहते हैं “वेल्डन यही तो इतनी देर से आपको हम समझा रहे थे ,अचानक से ही आपको समझ में आ गया” ।




सारे वहां हंसने लगते हैं ।रेखा जितेंद्र के साथ बाहर आती है।जितेंद्र कहता है कि आज रेखा को उसे पार्टी देनी पड़ेगी। रेखा ने बहुत खूबसूरत सी ड्रेस पहनी थी उस पर ऊंची हील और खिलता हुआ मेकअप था। मेकअप आर्टिस्ट ने उसके बाल को हल्का सा घुंघराला कर दिया था।  वह जितेंद्र के साथ बिल्डिंग से बाहर आती है ।बिल्डिंग से बाहर आ रही थी तो उसे ऐसा लगता है कि किसी ने उसकी फोटो खींची है लेकिन वह इस बात पर ध्यान नहीं देती । वे पास ही एक रेस्टोरेंट में कॉफी पीने चले जाते हैं। जितेंद्र रेखा से कहता है कि उसे जो भी पसंद हो आज वह भी वही खाएगा । रेखा मैन्यू कार्ड देखती है ।उसके पर्स में लगभग आठ सौ रुपए थे और कॉफी हाउस थोड़ा महंगा था। वह न चाहते हुए सिर्फ दो कॉफी ही मांगा पाती है ।जितेंद्र मुस्कुरा कर कहता है।” आज तो छोड़ दे रहा हूं लेकिन अगले बार भरपेट खाना खाऊंगा” रेखा बहुत शर्मिंदा हो रही थी  ।काश उसे पहले पता होता तो थोड़े ज्यादा पैसे रख लेती। सिर्फ दो कॉफी का बिल ही ₹700 था। रेखा ने इतनी महंगी कॉफी पहले कभी नहीं पी थी।  वह रूपा को भी एक दिन यहां जरूर लेकर आएगी ,जब उसे अपनी पहली इंस्टॉलमेंट के पैसे मिलेंगे। वह मन ही मन अक्सर हिसाब लगाती थी कि वह उन पैसों से क्या-क्या करेगी।

तभी उसे याद आता है कि वह तो जितेंद्र के साथ बैठी है। ना जाने वह भी क्या क्या सोचने लगती है ।वह जितेंद्र से पूछती है कि उसकी डील कैसी रही? पूनम ने उसे बताया था कि जितेंद्र की बहुत ही जरूरी मीटिंग थी. जितेंद्र मुस्कुराता है और कहता है ” अभी मेरी उसी डील के लिए तो आपने ऐड शूट किया है” रेखा हक्की बक्की रह जाती है । उसे पता ही नहीं था कि वह शूट जितेंद्र की कंपनी के लिए था। जितेंद्र बताता है कि वह अपनी कंपनी का नाम” फेयर एंड लविंग” से बदलकर “एक्टिव ब्यूटी” रखने जा रहा है।

एक्टिव ब्यूटी! रेखा पूछती है पर क्यों ?जितेंद्र कहता है कि वह लंबे समय से अपनी कंपनी का नाम बदलना चाहता था. आज एक दूसरी कंपनी की मर्जर के साथ ही उसने यह” फेयर एंड लविंग” नाम बदल दिया । वैसे भी उसे रंगभेद पसंद नहीं। जो त्वचा स्वस्थ होती है वही सुंदर होती है ,यही उसकी कंपनी की टैगलाइन होगी और जितना आप एक्टिव रहेंगे उतनी ज्यादा आपकी स्किन अच्छी रहेगी। रेखा को यह बात बहुत अच्छी लगती है। जितेंद्र रेखा से कहता है कि सालों से हमारे देश में सिर्फ गोरेपन को ही सुंदरता का मापदंड माना जाता है ।मेरे दादा, पापा ने इससे बहुत पैसे कमाए ।उस दौर में हर लड़की गोरा होना चाहती थी पर अब समय बदल रहा है ।आज की लड़की को गोरापन नहीं एक स्वस्थ त्वचा चाहिए जिसमें प्राकृतिक चमक हो जिसमें उसका अच्छा स्वास्थ्य छलके इसलिए समय के साथ बदलते हुए मैंने अपनी कंपनी का नाम ही बदल दिया।




बहुत अच्छा नाम है आपकी कंपनी का और  टैगलाइन भी बहुत अच्छी है “स्वस्थ त्वचा ही सुंदर है” सच में बहुत अच्छी बात कही है । इधर उधर की बातें होते हुए समय कहां बीत जाता है पता ही नहीं चलता। शाम ढलने को है।रेखा को घर छोड़ते हुए जितेंद्र अपने घर चला जाता है ।रेखा घर के अंदर जाने वाली थी तभी रूपा का फोन आता है। उसकी आवाज कुछ गंभीर थी। रेखा से कहती है “तू  क्या आज  जितेंद्र के साथ थी “? रेखा कहती है कि “हां उन्हीं की कंपनी का फोटो शूट था ” रूपा कहती” रेखा थोड़ा सावधान रह, इन बड़े लोगों के चक्कर में तू कहीं फस ना  जाए” रेखा को समझ नहीं आता कि रूपा इस तरह की बात क्यों कर रही है । तभी रूपा कहती है “टीवी ऑन कर समझ में आ जाएगा”

रेखा के माथे पर सिलवटें आ जाती है।वह अंदर जाती है तो घर में पहले से ही टीवी चल रहा था ।उसके पापा और मम्मी के चेहरे पर तनाव था। रेखा टीवी की न्यूज़ देखती  है उसमें उसके और जितेंद्र की उस बिल्डिंग से निकलती हुई तस्वीर थी जो बहुत तेजी से वायरल हो रही थी लेकिन उससे जुड़ी खबरें अच्छी नहीं थी। रिपोर्टर कह रहे थे

” यह है फेयर एंड लविंग कंपनी के मालिक जितेंद्र वशिष्ट ,अभी इनका तलाक नहीं हुआ और उन्होंने अपनी नई गर्लफ्रेंड बना ली है, जिसके साथ ये कई जगह घूमते है,कॉफी पीते देखे गए हैं, क्या जितेंद्र  ने अपनी पत्नी  को धोखा दिया था! क्या यह नई लड़की ही इनके तलाक की वजह है?”

रेखा के चेहरे पर तनाव आ जाता है ।उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि जितेंद्र के संग बिताए हुए कुछ पलों का उसे यह सिला मिलेगा ।उसके पापा कहते हैं” बेटा थोड़ा होशियार रहा करो ,आजकल जमाना बहुत खराब है  ।हमारे पास इज्जत के अलावा और कुछ नहीं है। यह बड़े लोगों का तो कुछ नहीं बिगड़ता ,बात आई गई हो जाती है पर हम गली मोहल्ले में रहने वाले लोग हैं, एक बार बदनामी हाथ लग गई तो जिंदगी भर साथ जाएगी।”




रेखा के आंखों में आंसू छलक आते हैं। उसके पापा ने कभी उसे डांटा तक नहीं था ,उससे कभी कोई शिकायत नहीं की थी पर आज उसे खुद पर बहुत गुस्सा आ रहा था ।आज वह समझ रही थी कि क्यों कई बार पत्रकारों को ,मीडिया को लोग बुरा बोलते हैं ।वह बिना सच्ची बात जाने किसी के बारे में भी कुछ भी कह देते हैं ।तभी उसके फोन पर जितेंद्र का फोन आता है। वह फोन उठाती है उसकी आवाज रूंध गई थी । जितेंद्र  कहता है ” घबराने की जरूरत नहीं ,मैं तुम्हारे साथ खड़ा हूं, मैं सबको जवाब दूंगा ,तुम्हें परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है  ।”

रेखा जितेंद्र की बातें सुनकर थोड़ा संभल जाती है लेकिन बार-बार उसके कान में एक ही बात गूंज रही थी कि” क्या यही वह लड़की है जो जितेंद्र की तलाक की वजह बनी है?”

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