अम्मा – रचना कंडवाल

श्याम लाल जी सुबह फ्रेश हो कंधे पर तौलिया डाल कर नहाने बाथरूम में प्रवेश करने ही वाले थे।

अम्मा जो अभी अच्छी भली बाहर बरामदे में बैठकर धूप सेंक रही थी उनके करूण क्रंदन ने उन्हें बाहर आने पर मजबूर कर दिया।

श्यामू ओ श्यामू ! बाहर निकल तेरे घर में मेरा गुजारा नहीं है बेटा तू ऐसा कर तू मुझे गंगा घाट पर ले जाकर फेंक दे। तेरी मेहरारू दो रोटी भी नखरे कर के खिलावे है। अब मैं गंगा में डूब कर मर जाऊंगी ।

उनके चीखने की आवाज सुनकर बहू गीता भी रसोईघर से बाहर निकल कर सिर झुका कर खड़ी हो गई।

श्यामलाल जी अम्मा के निकट पड़ी लकड़ी की कुर्सी पर बैठ ग‌ए। 

तू तो गोबर गणेश है और ये…. इतना कह कर अम्मा पल्लू मुंह में ठूंस कर ज़ोर जोर से रोने लगीं।

गीता अब तुमने क्या कर दिया??? 

जी हमने तो कुछ नहीं किया। देखो गीता अम्मा को कुछ मत कहा करो। अगर तुम अम्मा को कुछ बोली तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा। हालांकि वो जानते हैं कि अम्मा कैसी हैं?? हर दूसरे दिन कोई न कोई बखेड़ा कर देती हैं। बेचारी गीता मुंह पर टेप चिपका कर हर बिना बात की बात पर माफी मांग कर बात खत्म कर देती है।

अच्छा अम्मा! अब मैं नहा लूं ऑफिस के लिए देर हो रही है।

हां जा अपना काम कर शाम को लौटते हुए जगन से कचौड़ी ले आना। अम्मा के चेहरे पर विजयी मुस्कान थी।

श्याम लाल जी हमेशा की तरह ऑफिस लेट पहुंचे।




बड़े साहब बुला रहे हैं।  चपड़ासी ने बोला।

साहब ने श्यामलाल जी को दुनिया भर की खरी खोटी सुनाई तुम्हारी वजह से ऑफिस का माहौल खराब हो रहा है। यहां सब टाइम पर आते हैं एक तुम हो जो आज तक कभी टाइम पर नहीं आए अगर ऐसा ही चलता रहा तो मैं तुम्हारा ट्रांसफर कर दूंगा।

श्यामलाल जी वापस आ कर मायूस होकर बैठ ग‌ए।

उन्हें लग रहा था कि ‌ऑफिस में हर कोई उन पर हंस रहा है।

लंच टाइम पर अपना डिब्बा ले कर कैंटीन की तरफ बढ़ ग‌ए। सारे सहकर्मी एक जगह बैठ कर लंच कर रहे थे। और उन्हें देख कर कानाफूसी कर रहे थे।

इतने में नवीन ने अपना फोन निकाला और उनके पास चला आया। दांत फाड़ कर बोला पाठक सर! आज तो आप सोशल मीडिया पर चमक रहे हैं।

उन्होंने उसके फोन पर वीडियो देखा तो उनके होश उड़ गए। आज सुबह का वीडियो वो तौलिया कंधे पर डाले कच्छा बनियान में खड़े हैं और अम्मा रो चिल्ला रही है।

वीडीयो का कैप्शन था।

बेचारी बुढ़िया मां ईश्वर ऐसी औलाद किसी को न दे।

हे भगवान! ये वीडियो कौन बनाया???  जरूर पड़ोस वाले मंटू की करतूत होगी। सुबह सुबह सांप की तरह हमारे आंगन में झांक रहा था।




पाठक सर आप तो हीरो बन ग‌ए। नवीन ने मजाक उड़ाते हुए कहा। तभी शर्मा जी उठ कर आए और हिकारत भरी नज़रों से श्यामलाल जी को देखते हुए बोले। पाठक जिस घर में बुजुर्गों का अपमान होता है। उस घर में बरकत नहीं आती। ईश्वर रूठ जाते हैं।

श्यामलाल जी चुपचाप जमीन पर नजर गड़ाए बैठे थे। कि पीछे से मालती मैडम बोली पाठक सर! आपका फोन बज रहा है।

फोन उठा कर कान पर लगाया उधर से गीता की घबराई हुई आवाज आई जल्दी से घर चले आइए। घर के बाहर बाहर मीडिया वाले खड़े हैं। और एक वैन भी आई है काफी लोग जमा हैं।

श्यामलाल जी आनन-फानन में घर की ओर दौड़ पड़े। घर पहुंच कर देखा तो उनके घर के बाहर स्थानीय मीडिया वाले खड़े थे और काफी भीड़ थी। नवजीवन वृद्धाश्रम की वैन उनके घर आ चुकी थी।

उनके कदम रखते ही मीडिया ने सारा फोकस जमाया यही है वो जल्लाद बेटा जिसकी वजह से उसकी मां अब जीना नहीं चाहती है।

नवजीवन वृद्धाश्रम वाले उन्हें फटकारते हुए कहने लगे एक मां पूरी जिंदगी अपने बच्चों को पालती है पर तुम ?? ऐसे बच्चों से तो इंसान बेऔलाद मर जाए।

श्यामलाल जी ने नम्रतापूर्वक हाथ जोड़ लिए। मैं अभी अम्मा को लेकर आता हूं।

अम्मा बाहर आओ ये लोग तुम्हें लेने आए हैं।

अम्मा सिर पर आंचल संभालते हुए बाहर चली आई।

मुझे लेने कौन आया है??? अम्मा बाहर आकर भीड़ को देखने लगी।




माता जी आपको किसी से डरने की की कोई जरूरत नहीं है। आप खुल कर अपने बेटे बहू की करतूत बताइए???

बेटे बहू की करतूत??? अब इन्होंने क्या कर दिया??

ये दोनों आपको तंग करते हैं???

ये तुमसे किसने कह दिया???

आप खुद ही कह रही थी कि मुझे गंगा घाट पर ले जाकर फेंक दे। तेरी बहुरिया दो रोटी देने में बहुत नखरे दिखाती है।

देखिए इस परेशान मां को जिन्हें दो रोटी के लिए भी तरसना पड़ रहा है। जिस जमीन पर मां के कदम पड़ते हैं उस जमीन को चूम लेना चाहिए। यहां तो उनकी औलाद ही उनके पैरों तले जमीन खींच लेना चाहती है।

अम्मा असमंजस में खड़ी रिपोर्टर का मुंह देख रही थी। अचानक उन्होंने उसका माइक खींच कर उसके गाल पर एक चांटा जड़ दिया।

तू बड़ा आया। मेरे बेटा बहू मुझे परेशान करते हैं। मैं हट्टी कट्टी तेरे सामने खड़ी हूं उनकी ये औकात कि वो मुझे परेशान करें। मीडिया वाला अपना गाल सहलाने लगा।

अम्मा ने चिल्ला कर उसकी सात पुश्ते गिन दी।

तभी श्यामलाल जी आगे आए और मुस्कुराते हुए कहने लगे और कुछ पूछना है आप लोगों को??

दरअसल अम्मा की उम्र को देखते हुए हम उन्हें चटपटा तीखा खाने से मना करते हैं इसलिए अम्मा नाराज हो जाती हैं और हमें कोसती हैं।

सुबह अम्मा आलू का परांठा खाना चाहती थीं बहू ने मना किया तो अम्मा नाराज हो ग‌ईं। डाक्टर ने बीपी की वजह से नमक और तला हुआ खाने को मना किया है।

वो नवजीवन वृद्धाश्रम वालों की तरफ मुड़े और बोले आप भी कुछ पूछ लीजिए अम्मा से।

श्यामू अंदर से झाडू ला कर दे इनसे तो मैं झाड़ू से पूछताछ करती हूं। खामखां मेरे बेटे बहू को बदनाम कर रहे हैं। और ये मोहल्ले वाले एक नंबर के घाघ हमारे घर पर आंखें गड़ाए बैठे रहते हैं। तुझे इंटरव्यू चाहिए तो इस करमजले मंटू का ले अम्मा ने कॉलर पकड़कर मंटू को उनके आगे धकेल दिया। परसों इसने नशे में अपने बाप को धक्का दे कर उसका हाथ तोड़ दिया। किस किस की कुंडली खोलूं जल्दी बताओ।

धीरे धीरे भीड़ छंटने लगी थी।

श्यामलाल जी मुस्करा रहे थे। अब पता नहीं कोई वीडियो बना रहा था या नहीं??

क्योंकि सोशल मीडिया पर अधिकांश मामलों में सुख को नहीं दुःख को कैश किया जाता है।

© रचना कंडवाल

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