रिक्त स्थान (भाग 8) – गरिमा जैन

हेलो रेखा मैम, मैंने आपको यह बताने के लिए फोन किया था कि अगले हफ्ते शनिवार की शाम रेडिसन होटल में आपकी लॉन्च पार्टी का आयोजन किया गया है ।इससे जुड़ी कुछ विशेष बातें हैं जिसकी जानकारी आपको ऑफिस में दी जाएगी। आज आपको ठीक 1:00 बजे ऑफिस पहुंच जाना होगा । हमारे सारे एक्सपर्ट आपको वहां पर मिलेंगे।आपका दिन शुभ हो मैम

रेखा कहती है “शुक्रिया कॉल करने के लिए।”

“किसका फोन था रेखा “उसकी मम्मी की आवाज आई। “मम्मी वह मैं आपको बताना भूल गई ,अगले हफ्ते शनिवार के दिन मेरी लॉन्च पार्टी रखी गई है। आप सभी आमंत्रित होंगे ।आप ,पापा ,अमित और रूपा मेरी तरफ से तो इतने ही लोग होंगे। वहां पर जानी मानी कई हस्तियां आएंगी और मुझे जितेंद्र जी की नई कंपनी की मॉडल के रूप में सबसे मिलवाया जाएगा ।

बहुत ही खास दिन होगा मेरे लिए। उसी के लिए फोन आया था मेडिसन कम्युनिकेशन के ऑफिस से जहां पर मैं काम करती हूं ।मुझे आज दोपहर 1:00 बजे वहां पहुंच जाना है ।जल्दी से नाश्ता बना दो 10:30 हो चुका है मैं 1 घंटे में निकल लूंगी कहीं लेट ना हो जाए।

” हां बेटा समय का पाबंद होना बहुत जरूरी है । याद है जितेंद्र ने क्या कहा था कि वहां का स्टाफ समय का बहुत पाबंद है।

” हां मम्मी ” रेखा को जितेंद्र की याद आ गई। जितेंद्र से मिलना जुलना अब उसने बहुत कम कर दिया है। उस दिन जो खबर टीवी में आई वह जितेंद्र के लिए अच्छी नहीं थी। उसके तलाक के केस में उसके पक्ष में काम नहीं करेगी। स्वाति का पक्ष इस बात का फायदा उठा सकता है। यह बात पूनम ने रेखा को उस दिन समझाई थी।

रेखा अनमने मन से तैयार हो जाती है । क्या उसे आज वहां जितेंद्र मिलेगा ?उसे कुछ भी नहीं पता ।रेखा  पार्टी में जाने में थोड़ा सा घबरा  रही थी ,उस नैना मल्होत्रा से जो उसे उस पार्टी में मिलने वाली थी ।पूनम ने बताया था कि वह बड़ी खतरनाक लड़की है और कहीं वह रेखा से चिढ़ गई तो कहीं वह उसे भी …..




रेखा ठीक समय पर ऑफिस पहुंच जाती है। ऑफिस में कई लोग आए थे ।रेखा को कई बातें समझाई जाती है जैसे उसे किस तरह से सबसे मिलना होगा, वहां पर क्या बोलना होगा, कैसे उसे कंपनी की टैगलाइन को मुस्कुराते हुए सबके सामने कहना होगा ।वह क्या पहनेगी और उसको एक असिस्टेंट भी दी जाएगी ।

अगर उसे अपने कपड़ों से ,अपनी सैंडल से ,या किसी भी चीज से कोई परेशानी होगी तो असिस्टेंट उसकी फौरन मदद करेगी ।उसे एक नया मोबाइल फोन भी दिया जाता है साथ में एक लैपटॉप जिसमें कुछ जरूरी जानकारियां थी और उसी लैपटॉप से रेखा आने वाले समय में कंपनी से संपर्क बनाकर रखेगी ।सारी हिदायतें समझकर रेखा घर लौटने वाली थी ।

वह ऑफिस के बाहर खड़ी थी तभी उसे ऐसा लगता है कि जितेंद्र उसके बगल से निकल गया ।उसकी वह खुशबू उसकी सांसों में भर जाती है ।तभी वही चितपरिचित सी आवाज आती है । “चलो मैं छोड़ देता हूं  ।उसके सामने जितेंद्र था। उस दिन के बाद से रेखा जितेंद्र से मिलने से कतराती थी।

वह जितेंद्र को मना कर देती है। वह कहती है कि उसने कैब बुक कर ली है आती ही होगी ,जबकि यह कहते हुए उसका मन बहुत उदास था. जितेंद्र कहता है “ठीक है जैसे उसकी मर्जी और वह हवा के झोंके की तरह चला जाता है” साथ ही रेखा के चेहरे की सारी खुशी ,सारी रौनक भी अपने साथ ले जाता है ।

थोड़ी देर में कैब आ जाती है और रेखा उसमें बैठ के घर की तरफ जाने लगती है ।ठंडी हवा में उसके मन में कई बातें आ रही थी , सबसे जरूरी यही बात याद आ रही थी कि जितेंद्र से अगर वह मिलेगी तो  जितेंद्र के तलाक के केस  के लिए अच्छा नहीं होगा! पूनम ने उसे जो बताया था  ।वह चाह कर भी शायद जितेंद्र से अब बहुत दिनों तक नहीं मिल पाएगी।

समय पंख लगा कर उड़ने लगता है और लॉन्च पार्टी का दिन सामने आ जाता है ।लॉन्च पार्टी के लिए रेखा ने अपनी मम्मी के लिए बहुत सुंदर सी  साड़ी खरीदी और पापा ने बहुत सुंदर सी शेरवानी ली और उसके भाई अमित ने महंगी जींस और एक अच्छी सी जैकेट ली। सारे बहुत ही खुश थे। रूपा ने बहुत सुंदर सी ड्रेस पहनी थी ।सारे  लॉन्च पार्टी में लिए रेडिसन होटल पहुंच जाते हैं। रेखा वहां पहले ही पहुंच चुकी थी।




रेखा ने शोख लाल रंग का ड्रेस पहना था ।वह लहराते हुए शिफॉन की ड्रेस में किसी जलपरी सी सुंदर लग रही थी। उसका बाल ऊंचा उठाकर जुड़ा बनाया गया था जिसमें लाल रंग के नग बखूबी सजाए गए थे। चेहरे पर मेकअप ना के बराबर था। सिर्फ आंखों को बेहतरीन तरीके से उजागर किया गया था।

रेखा उस ड्रेस में बेहद हसीन लग रही थी ।जब वह स्टेज पर आती है तो तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज जाता है। रेखा के पीछे जितेंद्र उसका साथ देने आता है। सबसे रेखा का इंट्रोडक्शन कराता है । जितेंद्र पास होता था तो रेखा बेचैन होने लगती थी ।ना जाने क्यों वह सब कुछ भूलने लगती थी ।उसे क्या बोलना था ,कंपनी की टैगलाइन! उसे लगता है कि वह भूल ना जाए । लेकिन जितेंद्र  हाथ पकड़कर सबके सामने उसे संभल देता है ।

रेखा बहुत बखूबी सब कुछ कह के जैसे नीचे उतरती है तभी उसका सामना हो जाता है एक तीखे नैन नक्श वाली लड़की से, जिसने वन पीस लो नेक लाइन ड्रेस पहना था ।कानों में बाली ,भड़कीला मेकअप हाई हील सैंडल और उसके अगल-बगल दो बेहद खूबसूरत लड़कियां थी । रेखा को याद आता है की वो नैना मल्होत्रा हो सकती है। रेखा एक पल को चौक गई ,वह ध्यान से उसे देखने लगी उसने बहुत ही भड़कीला मेकअप किया हुआ था ।

गले और कंधे पर किरकिरी लगाई हुई थी बहुत ऊंची सैंडल और छोटी सी ड्रेस पहनी थी ।उसके हाथ में  शराब का क्लास था जिसे वह घूंट घूंट पीते जा रही थी ।वह  रेखा को ऊपर से नीचे तक निहार रही थी ।तभी वहा जितेंद्र आ जाता है ।नैना कहती है “कहा से ले आए ये स्वाति की हमशक्ल,पर स्वाति की तरह एटीट्यूड नहीं है ,ड्रिंक लोगी”  रेखा ने कहा कि वह नहीं पीती इस पर उसके अगल-बगल खड़ी दोनों लड़कियां जोरो से हंस पड़ी।

जितेंद्र रेखा का हाथ पकड़ उसे हॉल में ले जाने लगता है  तभी नैना मल्होत्रा अपनी वाइन का ग्लास रेखा के ड्रेस पर गिरा देती है ।”ओहो गलती हो गई मुझसे ,सॉरी  लेकिन ड्रेस खराब हो गई ,अब इस ड्रेस के साथ तुम मेहमानों से कैसे मिलोगी!” रूपा वहीं थी वह  बहुत तैश में आ जाती है ।

वह नैना मल्होत्रा को बहुत  कुछ बोलने जा रही थी लेकिन रेखा उसे रोक देती है। जितेंद्र कुछ कहे उसके पहले ही रेखा असिस्टेंट को बुलाती है और उससे कहती है कि उसकी ड्रेस खराब हो गई है उसके लिए दूसरी ड्रेस लाए। रेखा ड्रेस चेंज करने जाती है ।जितेंद्र नैना को घूरता है और गुस्से में पार्टी में चला जाता है।

रूपा को नैना मल्होत्रा फूटी आंख नहीं सुहाती ।वह उसे  घूर के देखती है। नैना मल्होत्रा रूपा से कहती है “इतना घूर के देखोगी तो आंखें बाहर न निकल आए अपनी सहेली को संभाल के रखना ,जितेंद्र पर डोरे डालने से कुछ नहीं होगा ।जब मैंने स्वाति का पत्ता काट दिया तो तेरी यह गली मोहल्ले में रहने वाली रेखा क्या चीज है!”

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गरिमा जैन 

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